क्या हुआ था बालरंग में
भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय बालरंग प्रतियोगिता में आए अतिथियों के लिए स्कूली बच्चों को वेटर की तरह इस्तेमाल किया गया। स्कूली बच्चों से अतिथियों को चाय, पानी से लेकर नाश्ता तक वितरित कराया गया। इस संबंध में जहां संचालक लोक शिक्षण ने अपनी गलती मान ली वहीं शिक्षा मंत्री विजय शाह ने बात को टालते हुए कह दिया कि काम में क्या बुराई है। कार्यक्रम में मौजूद संचालक लोक शिक्षण अंजू भदौरिया से पत्रिका ने जब इस संबंध में बात की तो उन्होंने इसे गलत बताया और गलती मानी की बच्चों को कार्यक्रम में परफार्मेंस के लिए तो शामिल किया जा सकता है, लेकिन उनसे अतिथियों की खातिरदारी कराया जाना आपत्तिजनक है। उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि बच्चों से मेहमाननवाजी की परंपरा को खत्म कराएंगे।
सुधारेंगे गलतियां— जोशी
मध्य प्रदेश में बालरंग कार्यक्रम आयोजित कराने पर स्कूली शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार दीपक जोशी ने कहा कि देश में बालरंग कराने वाला मध्यप्रदेश अकेला राज्य है। अगले साल से गलतियों में होगा सुधार। विजय शाह के बाल रंग न कराने वाले बयान पर बोले विजय शाह का कहने का मतलब यह नहीं था। मध्यप्रदेश में ही बालरंग कराया जाएगा पिछली गलतियों को सुधारा जाएगा। विजय शाह में प्रदेश के बालरंग न किये जाने का किया था एलान। दीपक जोशी ने विजय शाह के बाल रंग न कराने के बयान पर दी सफाई।