इस परिसीमन में जनपद पंचायत से ज्यादा जिला पंचायतों के वार्डों की संख्या बढ़ी है। पिछले पंचायत चुनाव की तुलना में इस बार जिला पंचायत के 63 वार्ड बढ़े हैं। सबसे ज्यादा वार्डों की संख्या 32 रीवा जिला पंचायत क्षेत्र में हैं।
प्रदेश में नए परिसीमन से जिला पंचायत के कुल वार्डों की संख्या 841 से बढ़कर 904 हो गई है। वहीं जनपद पंचायतों के वार्डों की संख्या भी बढ़ी हैं। अब ये वार्ड 6774 से बढ़ा कर 6805 कर दिए गए हैं। परिसीमन के चलते मंडला, शाजापुर, राजगढ़, अशोक नगर, विदिशा, सीहोर, शहडोल, धार, कटनी, मंदसौर और सीधी जिला पंचायत के वार्ड प्रभावित हुए हैं।
सीहोर और राजगढ़ जिला पंचायत के वार्ड सबसे ज्यादा इस परिसीमन में प्रभावित हुए हैं, यहां 13 और 14 वार्ड प्रभावित हुए हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि इन जिलों के कई गांवों को नगरीय निकायों में शामिल किया गया है।
1245 बढ़ी ग्राम पंचायतों की संख्या
परिसीमन में पहले की तुलना में 1245 ग्राम पंचायतें बढ़ी हैं। अब प्रदेश में ग्राम पंचायतों की संख्या 22604 से बढ़कर 23849 हो गई हैं। इसी तरह से इन ग्राम पंचायतों में 15551 वार्ड भी बढ़ाए गए हैं। वार्डों की सीमाएं भी तय कर दी गई हैं। परिसीमन के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि एक ग्राम पंचायत को अलग-अलग दो जनपद पंचायतों अथवा उसकी वार्डों में शामिल न हो।
जिससे आयोग को एक साथ चुनाव कराने में दिक्कत न हो। ग्राम पंचायतों की सीमा निर्धारण के बाद इसकी सूची प्रकाशित की गई। दावे-आपत्तियों के निराकरण के बाद सीमा को निर्धारण किया गया है।
निकायों में जारी है परिसीमन का काम
नगरीय निकायों के परिसीमन का काम तेजी से चल रहा है। सभी निकायों में यह काम नवम्बर में पूरा कर लिया जाएगा। भोपाल सहित कई निगरीय निकायों में ग्राम पंचयातों की सीमाओं को शामिल किया गया है।
इसके चलते भोपाल से जुड़े जिला पंचायत विदिशा और सीहोर के कई वार्ड प्रभावित हुए हैं। इसी तरह से एक दर्जन से अधिक नगरीय निकायों की सीमाएं बढ़कर कई ग्राम पंचायतें के वार्डों को शहरी सीमा में शामिल किया गया है।