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भोपाल

अगले 48 घंटे तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश का अनुमान

weather bhopal: दो से तीन दिन मौसम का ऐसा ही रहेगा मिजाज, दिनभर तेज धूप, शाम होते ही बारिश, 44 दिन बाद पारा पहुंचा 33 के पास

भोपालSep 08, 2019 / 11:55 am

KRISHNAKANT SHUKLA

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भोपाल. दिनभर तेज धूप और शाम को बौछारें शहर में लगातार दूसरे दिन भी मौसम का मिजाज ऐसा ही रहा। दिनभर धूप तपने से अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री दर्ज हुआ, जो 44 दिनों बाद इतना ऊपर गया। इससे पहले 24 जुलाई को अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री दर्ज किया गया था।

शनिवार सुबह से तेज धूप के कारण शहरवासी गर्मी और उमस से परेशान रहे, लेकिन शाम चार बजे के बाद मौसम का मिजाज बदला और शहर के कई हिस्सों में बूंदाबांदी शुरू हुई। गरज-चमक के बीच शाम पांच बजे से तेज बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो करीब आधा घंटे तक चला। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं के टकराने से गरज-चमक के साथ बारिश का दौर दो- तीन दिन जारी रहेगा।

 

मकान की दीवार ढही, एक ही परिवार के तीन सदस्य इसके नीचे आए

भोपाल शहर में लगातार हो रही बारिश के चलते छोला मंदिर क्षेत्र में शनिवार को एक मकान की दीवार भरभरा कर ढह गई। हादसे के वक्त घर में तीन लोग मौजूद थे। ये सभी दीवार के नीचे दब गए। घटना की जानकारी निगम के अमले को मिली तो जोन 4 के एएचओ साहब खान ने टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल निकाला।

इधर, खबर मिलते ही निगम की रेस्क्यू टीम के साथ ही फायर ब्रिगेड, अतिक्रमण टीम व निशातपुरा संभाग के सीएसपी लोकेश सिन्हा भी मौके पर पहुंच गए थे। जिस मकान की दीवार ढही वह पुरुषोत्तम जाटव का बताया जाता है, जो काफी जर्जर हो चुका था। इसकी वजह से हादसा हुआ।

 

62 में से 20 ट्रैफिक सिग्नल बंद हो गए, अस्त-व्यस्त रहा ट्रैफिक

शहर में शनिवार दोपहर हुई कुछ देर की बारिश ने शहर में लगे 62 ट्रैफिक सिग्नल्स में से 20 बंद हो गए। इससे नए शहर के हैवी ट्रैफिक वाले चौराहों का ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया। इसके चलते दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे रात तक पुलिस यातायात व्यवस्था संभालने में जुटी रही। इसके बावजूद चौराहों पर वाहनों की लंबी कतार लगती रहीं।

 

गौरतलब है कि ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने जब सिग्नल लगाने वाली एजेंसियों को इनकी मरम्मत करने को कहा था तो अधिकतर ने दलील दी थी कि उनके मेंटेनेंस का टेंडर खत्म हो चुका है। वहीं, कई एजेंसियों ने सिग्नल के उपकरण पुराने होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया था। नतीजतन सिग्नल चालू होने होने से तिराहे-चौराहे पर हादसे का खतरा लगातार बना हुआ है।

 

पुलिस बल की कमी से भी आ रही दिक्कत

सिग्नल बंद होने से पीक ऑवर में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को यातायात प्रबंधन के लिए तैनात किया जा रहा है। थोडी़ देर तक ड्यूटी करने के बाद पुलिसकर्मी चौराहों को अपने हाल में छोड़ देते हैं। इसकी बड़ी वजह बल की कमी है।

 

एमपी नगर के सभी सिग्नल हुए बंद

बोर्ड आफिस चौराहा, ज्योति टॉकीज, वल्लभ भवन रोटरी, प्रगति चौराहा, मानसरोवर तिराहे के सिग्नल दोपहर तीन बजे बंद हो गए। हैवी ट्रैफिक की वजह से एमपी नगर के कई मार्गों पर लंबी कतार लगी रहीं। पुलिस ने यातायात व्यवस्था दुरस्त कराई।

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