मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ
– इस्तीफा देने के पहले बोले कमलनाथ- 15 मिनट की प्रेस कान्फ्रेंस में 15 बार बोले, ये भाजपा को रास न आया
मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ,मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ,मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ,मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ,मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ
भोपाल : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम हाउस में प्रेस कान्फ्रेंस कर अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। प्रेस कान्फ्रेंस के बाद वे सीधे राजभवन गए और राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देने से पहले कमलनाथ ने अपने 15 महीने के कार्यकाल के दौरान किए गए काम गिनाए तो भाजपा पर जमकर निशाना भी साधा। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी आड़े हाथों लिया। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने 15 साल सरकार चलाई लेकिन हमको 15 महीने ही मिल पाए। कमलनाथ ने भावुक होते हुए कहा कि मेरा क्या कसूर है मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था। उन्होंने कहा कि भाजपा कितनी भी साजिश रच ले, विकास के पथ पर हम सदैव अग्रसर रहेंगे, चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगे, कर्तव्य के पथ पर ना हम रूकेंगे, ना डिगेंगे, ना झुकेंगे। प्रदेश की जनता का विश्वास हमारे साथ है। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह विधायकों की कतार के बीच में चुपचाप बैठे रहे।
भाजपा ने रची साजिश, सत्तालोलुप हुए महाराज :
कमलनाथ ने कहा कि मेरे 40 साल के राजनैतिक जीवन में मैंने हमेशा से विकास में विश्वास रखा है और भाजपा ने हमेशा विश्वासघात में। मुझे जनता ने प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए पांच साल दिए, भाजपा को जनता ने पूरे 15 वर्ष दिए, जनता ने उनके कार्यकाल की सच्चाई देखी है और मेरे 15 माह के कार्यकाल को भी देखा है। भाजपा को प्रदेश हित में मेरे द्वारा किए जा रहे जनहितैषी कार्य रास नहीं आए इसलिए भय व बौखलाहट में वो मेरे खिलाफ निरंतर साजिश रचती रही। हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया, जिसकी सच्चाई देश की जनता ने प्रतिदिन देखी। किस प्रकार से करोड़ों रुपए खर्च कर प्रलोभन का खेल खेला गया। एक तथाकथित जनता द्वारा नकारे गए महत्वाकांक्षी, सत्तालोलुप महाराज और उनके द्वारा प्रोत्साहित 22 लोभियों के साथ मिलकर भाजपा ने खेल रच लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की। प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों व बागियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। मैं चाहता था कि कांग्रेस महल में नहीं बल्कि महल कांग्रेस में आए ताकि जनता शक्तिशाली बने। भाजपा को यह डर था कि मैं प्रदेश की तस्वीर बदल दूँगा तो प्रदेश से भाजपा का नामोनिशान मिट जाएगा। भाजपा ने माफिया से कमाए पैसों से सरकार गिराने की साजिश रची।
Home / Bhopal / मेरा क्या कसूर मैं तो प्रदेश की तस्वीर बदलने चला था : कमलनाथ