हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, कालाहांडी की छत्तरजात्रा में पशुबलि पर लगाई रोक
उनके परिजनों का कहना था कि वो दिल बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें एक नर्सिंग होम में रखा गया था। उनका छह माह चेन्नई में इलाज चला लेकिन बाद मे भुवनेश्वर ले आया गया। वर्ष 1943 में जन्मे राजा गोपीनाथ गजपति 1989 और 1991 में कांग्रेस की टिकट पर सांसद निर्वाचित हुए थे। बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे। फिर 2009 में उन्होंने बीजेडी की सदस्यता ले ली थी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों ने श्रृद्धांजलि दी।
कोल्ड अटैक की जकड़ में पहाड़ी इलाके, बर्फबारी और बारिश के बाद बिगड़े हालात
इस रॉयल फैमिली का मुखिया उनकी बेटी कल्याणी देवी को चुना गया। वह इस रॉयल फैमिली की पहली महिला हैं जिनकी ताजपोशी की गई है। वह 2019 में बीजेडी में शामिल हुईं और पार्लाखेमुंडी से लड़ी पर कांग्रेस के के.सूर्यराव से हार गईं। लार्ड जगन्नाथ रथयात्रा की रीतिनीति में इस परिवार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसे प्रधान सेवक माना जाता है।