झारखंड में खुलेगी ‘ट्राइबल यूनिवर्सिटी’, हेमंत सोरेन रखेंगे केंद्र सरकार के समक्ष मांग
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बर्फबारी और बारिश से प्रभावित जिलों की ताजा हालात की जानकारी ली और मुख्यसचिव उत्पल कुमार सिंह को कई जिलों में बंद मोटर मार्ग, ठप पड़ी बिजली व्यवस्था और पेयजल की किल्लत को दूर करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मुख्यसचिव से सरकारी मशीनरी को अलर्ट करने को कहा है। साथ ही जिलाधिकारियों से भी प्रभावित गांवों पर खास नजर रखने के आदेश दिए हैं। इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जरूरी दवाइयां और चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
युवक की शादी हो रही थी दूसरी जगह, प्रेमिका के साथ मिलकर उठाया खौफनाक कदम
पिछले 5 दिनों से प्रदेश में लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश को लेकर आपदा प्रबंधन ने विस्तार से मंथन किया। इसके अलावा अन्य विभागों पीडब्ल्यूडी,पेयजल और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ भी स्थिति को सामान्य बनाने पर चर्चा की। मौसम विभाग द्धारा दी गई जानकारी पर भी चर्चा की गई। माना जा रहा है कि आगामी 15 जनवरी तक मौसम में कोई खास बदलाव के संकेत नहीं दिख रहे हैं। इस लिहाज से चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और चमोली जनपदों के शहरी क्षेत्रों की स्थिति को सामान्य होने में एक पखवाड़ा का समय लग सकता है लेकिन दूर दराज के वे गांव जहां पैदल मार्ग ही एकमात्र विकल्प है वहां के हालात फरवरी के पहले ठीक होने की उम्मीद नहीं है।
इधर आपदा प्रबंधन के मुताबिक रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ, थराली, मसूरी और धनोल्टी में बर्फबारी और बारिश का कहर जारी है। इसके अलावा गंगोत्री—यमुनोत्री हाईवे, देहरादून—सुवाखोली, हर्षिल—मुखबा, मुन्स्यारी मोटर मार्ग, धारचूला में तावाघाट नारायण आश्रम मोटर मार्ग,नैनीताल में बिड़ला—चुंगीरोड,देहरादून—चकराता और त्यूणी मोटर मार्ग विशेष रूप से प्रभावित है। मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन ने माना है कि बर्फबारी और बारिश से इस माह प्रदेश के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। लोगों को मौसम की दुश्वारियां झेलनी होंगी।