खेतीबाड़ी के भारी नुकसान के साथ ही राज्य में दो लोगों की मौत हो गई। भद्रक में एक एनडीआरएफ जवान मनोरंजन गंभीर रूप से घायल हो गया। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान उसे देखने पहुंचे। विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने क्षति की रिपोर्ट जारी की। पशुधन का भी भारी नुकसान बताया गया है। करीब 3 लाख हेक्टेयर फसल का भारी नुकसान हुआ है।
मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बुलबुल से हुई क्षति के आंकलन के लिए की गई बैठक में बताया कि राज्य के तटीय क्षेत्र में भारी संख्या में पेड़ गिरे देखे गए जिन्हें हटाया जा रहा है। इसके अलावा करीब 5500 घर धाराशायी होने की ख़बरें सामने आईं जबकि 8,212 लोगों को समुद्र तटवर्ती इलाकों से दूर 91 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। ओडिशा सरकार ने केंद्र से क्षति आंकलन के लिए टीम भेजने को कहा है। केंद्रीय गृहमंत्रालय को प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। सीएम ने बुलबुल प्रभावित जिलों के किसान जिनकी फसल को नुकसान पहुंचा है उन्हें मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। वहीं सभी जिला कल्क्टरों को नुकसान की रिपोर्ट देने की बात कही गई है।