बिजनौर। कुछ दिनों पहले दिल्ली (Delhi) में हुई हिंसा (Violence) में बिजनौर (Bijnoe) जनपद के दो युवकों की मौत हो गई है। रविवार (Sunday) सुबह दोनों के शव इनके घर पहुंचे। जोहर की नमाज के बाद दोपहर को दोनों युवकों के शवों को इनके गांव खारी और सहसपुर में दफना दिया गया। इस घटना के बाद दोनों युवकों के घरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दिल्ली में ट्रेलर था सलमान जनपद के सहसपुर का रहने वाला सलमान दिल्ली में रहकर ट्रेलर का काम करता था। उसका शव दिल्ली में पोस्टमार्टम के बाद रविवार को सहसपुर पहुंचा है। दोपहर को जोहर की नमाज के बाद उसका अंतिम संस्कार गांव के कब्रिस्तान में किया गया। गमजदा परिवार में शामिल सलमान के ताऊ नसीम अहमद ने युवा भतीजे की मौत पर गम जाहिर करते हुए समाज से आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की।
यह कहा रिश्तेदार ने उन्होंने कहा, सलमान मुस्तफाबाद से काम से लौट रहा था। रास्ते में वह बलवायियों की चपेट में आ गया। उनका बेटा तो अब दंगे की बलि चढ़ गया है पर भविष्य में अब किसी के भी लाल की बलि यूं न चढ़े इसलिए सभी आपसी भाईचारा कायम रखें। मैं हिंदुस्तान के सभी हिंदू, मुसलसमान, सिख व इसाई भाई से यह गुजारिश करता हूं कि वे आपसी भाईचारा बनाकर रखें और मोहब्बत-प्यार से देश को आगे बढ़ाएं। साथ ही उन्होंने कहा, अफवाहों से बचते हुए अपने मुल्क के अमन की हिफाज़त करें।
पुलिस बल को किया गया तैनात उधर, खारी के रहने वाले अय्यूब अंसारी की भी दिल्ली हिंसा में मौत हुई है। अय्यूब 20 साल से दिल्ली के अलीपुर में रिक्शा चलाकर अपने घर का पेट पाल रहा था। वहीं, दोनों जगहों पर पुलिस बल को तैनात किया गया था, जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो।
Home / Bijnor / दिल्ली हिंसा में भतीजे को खोने के बाद बोले नसीम, हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई आपसी भाईचारा कायम रखें