आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बिजनौर इकाई से 36 पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। इतना ही नहीं दलित कार्यकर्ताओं ने बसपा आफिस पहुंच कर जमकर हंगामा किया। दरअसल हाल ही में रुचिवीरा सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गई। इतनी ही नहीं रुचिवीरा के शामिल होने पर पार्टी में घमासान मच गया जिसके बाद इकबाल ठेकेदार और जितेंद्र सागर को निष्कासित कर दिया।
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इतना ही नहीं गठबंधन में बिजनौर की सीट बसपा के खाते में आने के बाद रूचि वीरा को बिजनौर लोकसभा का प्रभारी बनाया गया। लेकिन इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने काफी विरोध किया। इसके साथ ही मुस्लिम मतदाताओं में भी रोष देखने को मिला आखिरकार बसपा सुप्रीमों मायावती को अपना फैसला बदलना पड़ा और रुचि वीरा को हटाकर इकबाल ठेकेदार को बिजनौर का प्रभारी बना दिया। जिसके बाद से उन्हें लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर भी माना जा रहा है। हालाकि फिलहाल इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।