बिजनोर

कम नहीं हाे रहा किसानाें का गुस्सा अब बिजनाैर में किसान ने गेहूं की 4 बीघा फसल जोती

लगातार एक के बाद एक किसान जाेत रहे फसल
कृषि कानूनाें के विराेध में फस नष्ट कर रहे किसान

बिजनोरMar 05, 2021 / 11:16 pm

shivmani tyagi

गेहूं की फसल की जुताई करता किसान

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
बिजनौर. कृषि कानून के विरोध में जनपद के अलग-अलग जगहों पर किसानों द्वारा लगातार अपनी फसलों को जोतकर नए कृषि कानूनाें का विरोध किया जा रहे हैं। अब बिजनाैर में एक किसान ने चार बिघा में खड़ी गेहूं की फसल को जोतकर बिल का विरोध किया है।
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किसान का साफ तौर से कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल के विरोध में उसने अपनी गेहूं की फसल को जोता है। किसान इस सरकार में काफी परेशान हैं। सरकार अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए कृषि बिल को वापस नहीं ले रही है। जब तक यह काला कानून वापस नहीं होगा तब तक किसान अपनी फसल को नष्ट करता रहेगा।
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चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव माहू के रहने वाले किसान सुनील कुमार ने अपनी चार बिघा गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से जोत डाला है। किसान लगातार कृषि कानून बिल के विरोध में अपनी फसलों को ट्रैक्टर से जोतकर उन्हें नष्ट कर रहे हैं जहां किसान को फसल जोतने से नुकसान हो रहा है तो वहीं किसान का साफ तौर से कहना है कि जब तक कृषि बिल केंद्र सरकार द्वारा वापस नहीं लिया जाएगा तब तक हम इस कानून के विरोध में अपनी खड़ी फसलों को ट्रैक्टर से जोतते रहेंगे।
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उधर किसान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा गेहूं की खरीद के लिए जहां एमएसपी 1925 रुपए है तो वहीं किसानों को मजबूरी में 1100 रुपये में अपना गेहूं अन्य जगह पर हर बार बेचना पड़ता है। गन्ने का पेमेंट भी लेट हाे रहा है और एमएसपी मूल्य का निर्धारण भी नहीं हाे रहा। इसको लेकर किसान परेशान हैं। जब तक कृषि बिल और एमएसपी को लागू नहीं किया जाएगा। तब तक किसान अब अपनी खेती को नष्ट करके विरोध करता रहेगा।

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