अब छात्राएं खुद करेंगी अपनी सुरक्षा सिखाएंगी मनचलाें काे सबक, दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग किसान का साफ तौर से कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल के विरोध में उसने अपनी गेहूं की फसल को जोता है। किसान इस सरकार में काफी परेशान हैं। सरकार अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए कृषि बिल को वापस नहीं ले रही है। जब तक यह काला कानून वापस नहीं होगा तब तक किसान अपनी फसल को नष्ट करता रहेगा।
यूपी के सर्राफ ने दिल्ली में खुलेआम लहराई चाेरी की पिस्टल, जानिए फिर क्या हुआ चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव माहू के रहने वाले किसान सुनील कुमार ने अपनी चार बिघा गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से जोत डाला है। किसान लगातार कृषि कानून बिल के विरोध में अपनी फसलों को ट्रैक्टर से जोतकर उन्हें नष्ट कर रहे हैं जहां किसान को फसल जोतने से नुकसान हो रहा है तो वहीं किसान का साफ तौर से कहना है कि जब तक कृषि बिल केंद्र सरकार द्वारा वापस नहीं लिया जाएगा तब तक हम इस कानून के विरोध में अपनी खड़ी फसलों को ट्रैक्टर से जोतते रहेंगे।
नहीं मिला नशा ताे मुक्ति केन्द्र की दीवार ताेड़कर फरार हाे गए आधा दर्जन युवक, रातभर पुराने अड्डों पर तलाशती रही पुलिस उधर किसान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा गेहूं की खरीद के लिए जहां एमएसपी 1925 रुपए है तो वहीं किसानों को मजबूरी में 1100 रुपये में अपना गेहूं अन्य जगह पर हर बार बेचना पड़ता है। गन्ने का पेमेंट भी लेट हाे रहा है और एमएसपी मूल्य का निर्धारण भी नहीं हाे रहा। इसको लेकर किसान परेशान हैं। जब तक कृषि बिल और एमएसपी को लागू नहीं किया जाएगा। तब तक किसान अब अपनी खेती को नष्ट करके विरोध करता रहेगा।