हालांकि यहां से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान को बीच रास्ते कोई परेशानी नहीं हुई। बीकानेर से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान का निर्धारित समय दोपहर पौने तीन बजे का है, लेकिन गुरुवार को यह पौने पांच बजे रवाना हुआ।
दिल्ली से वापस जयपुर लौटाबुधवार को बीकानेर स्थित सिविल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए जाने वाला विमान बीच रास्ते तेज हवाओं से लहराने लगा। विमान में सवार यात्रियों की मानें तो एेसा एक दो बार नहीं बल्कि पांच-छह बार हुआ। यह नजारा देख कई यात्री घबरा गए।
हालांकि इससे पूर्व यात्रियों को सीट बेल्ट को बांधने तथा शांति बनाए रखने की अपील विमान अधिकारियों ने की थी। विमान ने अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटा देरी से उड़ान भरी थी, जो दिल्ली करीब पांच बजे पहुंच गया। लेकिन वहां का मौसम खराब होने के कारण उसे नीचे उतारे बिना ही वापिस जयपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना कर दिया।
विमान जयपुर हवाई अड्डे पर शाम करीब सात बजे पहुंचा था। यहां एक घंटा इंतजार करने के बाद उसने दिल्ली के लिए उड़ान भरी, जो दिल्ली रात करीब साढ़े आठ बजे पहुंचा। विमान को जयपुर से दिल्ली पहुंचने में ही करीब डेढ़ घंटे का समय लगा, जबकि आमतौर पर आधे घंटे का समय लगता है। अलायंस एयर के मैनेजर एमके तनेजा ने बताया कि तेज हवाओं में एेसा होता है।
बीकानेर से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान को किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, यह जानकारी में नहीं है। तेज हवाओं और धूलभरी आंधी में विमान के डगमगाने की घटनाएं आम बात होती है। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखा जाता है। यह सही है कि गुरुवार को विमान अपने निर्धारित समय से करीब तीन घंटे देरी से पहुंचा था। इसकी वजह भी तेज आंधी और उसमें घुली धूल-मिट्टी थी।
राधेश्याम मीणा, निदेशक नाल सिविल एयरपोर्ट, बीकानेर