पर्ची पर लिखेंगे मनोकामना, पहुंचाएंगे करणी धाम
डाक ध्वजा के माध्यम से श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं को देशनोक करणी धाम भी पहुंचाया जाएगा। डाक ध्वजा के दौरान श्रद्धालु कागज की पर्चियों पर अपनी मनोकामनाएं लिखकर डाक ध्वजा के साथ चलने वाले एक थैले में डालेंगे। इन सभी मनोकामनाओं को मां करणी के दरबार में पहुंचाया जाएगा। यह थैला जयप्रकाश पारीक के हाथ में रहेगा। श्रद्धालु अपनी मनोकामना इस थैले में डाल सकेंगे।
3 किलोग्राम वजन, ताम्र से बनी
देशनोक करणी माता मंदिर पहुंचने वाली डाक ध्वजा ताम्र धातु से बनाई गई है। जय प्रकाश पारीक के अनुसार डाक ध्वजा का वजन 3 किलोग्राम है। डाक ध्वजा पर त्रिशुल व जय माता री लिखे गए है। मीने का कार्य भी डाक ध्वजा पर करवाया जा रहा है। इस ध्वजा को मंदिर में अर्पित किया जाएगा।