बीठनोक में फर्जी पट्टे बनाने के खेल में सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत को जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने इस संबंध में जांच कमेटी गठित कर पूरे प्रकरण का खुलासा करने के निर्देश दिए। जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत बीठनोक में पूर्व सरपंच रूखी देवी एवं तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध झूठी नीलामी दिखाकर पट्टे काटे गए थे। पूर्व सरपंच रूखी देवी के कार्यकाल वर्ष 2005 से 2010 तक का पट्टा संबंधी कोई रेकॉर्ड आरोपी ग्राम सेवक ने वर्तमान अधिकारी को उपलब्ध नहीं करवाए थे। आरोपी ग्रामसेवक ने जांच अधिकारियों को लिखित में बताया कि १५-१६ पट्टे कागजों में दब गए, जिनका रेकॉर्ड नहीं होने से उनकी रसीदें नहीं काटी जा सकी। जांच कमेटी ने ग्राम पंचायत के रिकॉर्ड का निरीक्षण किया तो सामने आया कि वर्ष 2005-2010 तक की रोकड़ पुस्तिका अनुसार केवल चार पट्टे बनाए गए थे, जिनकी राशि जमा है। लेकिन इन चार पट्टों का रेकॉर्ड उपलब्ध नहीं मिला।