यातायात के ये सात कदम … – शहर में वन-वे को सुचारु रूप से क्रियान्वित किया जाएगा।- शहर में गांवों से आने व जाने वाली बसों के रूट पुन: निर्धारित करेंगे। – शहर में बसों के ठहराव और सवारियों के उठाने व उतारने के स्थान आरटीओ व पीडब्ल्यूडी के साथ समन्वय स्थापित कर फिर से निर्धारित किए जाएंगे।- शहर के रानीबाजार, रेलवे स्टेशन, गोगागेट सर्किल को वन-वे करेंगे।
– केईएम रोड, स्टेशन रोड एवं राजीव गांधी मार्ग को तिपहिया वाहन फ्री करेंगे।- शहर की संकरी गलियों व लिंक सड़कों पर यातायात सुधार के लिए चार बाइक (कैट दस्ते) की सहायता ली जाएगी।
विस्तार ले चुका है शहर और आबादी राज्य अभिलेखागार के मुताबिक वर्ष 1941 में जिले की जनंसख्या 6 लाख 7 हजार 672 थी। इसमें शहरी क्षेत्र की 1 लाख 36 हजार 801 जनसंख्या थी। अब बढ़कर जिले की जनसंख्या 24 लाख के करीब पहुंच गई है। शहरी क्षेत्र की जनसंख्या करीब नौ लाख हो गई है। साल 1941 में प्रतिवर्ग मील पर 36 व्यक्ति निवास करते थे। अब प्रतिवर्ग मील 125-150 से व्यक्ति निवास कर रहे हैं। साथ ही 83 साल पहले शहरी क्षेत्र दो से ढाई किलोमीटर की परिधि में था, जो अब बढ़कर 20 से 25 किलोमीटर हो गया है।
इतने स्टाफ के भरोसे यातायात एक सीओ, एक टीआई, एक एसआई, चार एएसआई, हवलदार 29, सिपाही 77 एवं पांच होमगार्ड हैं। दो इंटरसेप्टर, दो मोबाइल गाडिय़ां, एक क्रेन, एक रिकवरी ट्रक एवं टीआई की गाड़ी है। बाइक पांच, ई-चालान मशीन 43, ब्रेथ एनेलाइजर 30, हेलमेट विद कैमरा 10 और पुलिस कर्मियों को 11 बॉडीवॉर्न मिले हुए हैं। यातायात पुलिस के पास संसाधन और नफरी बेहद कम है।
एक नजर में कार्रवाई – साल – चालान – जुर्माना – 2021 – 98438 – 20,28,45200 – 2022 – 103828 – 1,86,12650 – 2023 – 96954 – 60,39,300 जिले में वाहनों की तादाद पर एक नजर
– कार 45 हजार 861 – दुपहिया 3 लाख 70 हजार 295 – ट्रक 36 हजार 584 – बस 2 हजार 974 सुधारेंगे यातायातशहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए नया प्लान बनाया है, जिसमें वन-वे, बसों के ठहराव के नए स्थान चिन्हित करने के साथ-साथ ट्रैफिक सिग्नल लाइट सिस्टम को पूरी तरह से लागू करेंगे। तीन मार्गों को तिपहिया फ्री करेंगे। यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्ती करेंगे।
कुलदीप सिंह चारण, यातायात प्रभारी