जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह पूगल रोड भारतमाला सड़क पर चक 6 पीआरएम फांटा के पास पिकअप और मोटरसाइकिल की भिड़त हो गई। इस हादसे में मोटरसाइकिल सवार 6 केएचएम निवासी विकास ( 24) पुत्र सीताराम बिश्नोई गम्भीर रूप से घायल हो गया। उसे गम्भीर अवस्था में दंतौर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। आरोप है कि स्वास्थ्य केन्द्र पर घायल युवक को प्राथमिक उपचार नही मिलने तथा पीएचसी परिसर में खड़ी एम्बुलेंस सुविधा नही मिलने पर आनन फानन में निजी गाड़ी से बीकानेर ले जाया गया लेकिन युवक ने रास्ते में दम तोड़ दिया। इसके बाद शव का पूगल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
युवक की मृत्यु के बाद दंतौर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में घायल का इलाज नही करने तथा पीएचसी परिसर में खड़ी एम्बुलेंस नही भेजने को लेकर ग्रामीणों व चिकित्सक के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर व्यापारियों में भी चिकित्सक के प्रति गुस्सा फूट गया। इसके बाद दंतौर का बाजार बंद करवा दिया। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि तथा पीएचसी प्रभारी डॉ अब्दुल रसीद के खिलाफ खिलाफ नारे लगाए गए।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि परिजनों ने चिकित्सक से अस्पताल में खड़ी एम्बुलेंस से घायल को बीकानेर भेजने का आग्रह किया लेकिन घायल को एम्बुलेंस उपलब्ध नही करवाई गई तथा चिकित्सक के आने के बाद घायल को नहीं देखकर बीकानेर रेफर कर दिया गया। अस्पताल में बढ़ती हुई भीड़ की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मामले को बढ़ता हुआ देखकर सीईओ सर्किल खाजूवाला की ओर से जाब्ता बुलाया गया।
घटना की सूचना मिलने पर खाजूवाला एसडीएम, तहसीलदार और सीओ भी मौके पर पहुंचे। परिजनों तथा ग्रामीणों ने चिकित्सक के रवैये पर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। इस घटना को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने शाम को पीएचसी के मुख्य गेट पर चिकित्सक के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक चिकित्सक को निलंबित नही किया जाएगा। तब तक धरना जारी रहेगा और बाजार भी बंद रखा जाएगा। ग्रामीणों ने खाजूवाला सीओ अंजुम कायल , तहसीलदार व दंतौर एसएचओ से वार्ता के दौरान दंतौर पीएचसी प्रभारी डॉ. रसीद के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
इसके बाद खाजूवाला एसडीएम तथा डिप्टी सीएमएचओ के पहुंचने पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
डिप्टी सीएमएचओ और ग्रामीणों की वार्ता में चिकित्सक को बीकानेर एपीओ करने पर भी ग्रामीणों के नहीं मानने पर तुरंत एपीओ आदेश वापस कर दिया गया। ग्रामीणों ने चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की।
डिप्टी सीएमएचओ ने बताया कि एक समिति का गठन कर दस दिन में जांच कमेटी के आदेश के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस पर भी ग्रामीणों ने असहमति जताई और धरने पर बैठ गए। डिप्टी सीएमएचओ ने बताया कि दंतौर पीएचसी को 108 एम्बुलेंस भेज दी गई है। उसका आदेश आना बाकी है। इसलिए एम्बुलेंस नही भेज सकते हंै। देर शाम तक एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ अंजुम कायल, थानाधिकारी सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद था। रात को हुई वार्ता के बाद चिकित्सक को एपीओ कर बीकानेर भेज दिया। मामले पर अधिकारियों ने समिति का गठन किया है जो जांच कर दो दिन बाद रिपोर्ट देगी। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया और बाजार खुल गया।