कस्बे के रेवंतसिंह, मलसिंह, नेमसिंह, लूणसिंह तथा श्रवणसिंह उस समय हैरान हो गए। जब इनके पास विद्युत निगग की ओर से 463 से 475 रुपए तक के बिजली बिल भेज दिए गए। इनका कहना है कि बिल्जली बिल लेकर विभाग के कार्यालय पहुंचे तो वहां कर्मचारियों ने कहा कि मानवीय भूल के कारण ऐसा हुआ है। आपके बिल निरस्त कर दिए जाएंगे। इन लोगों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत बिनली कनेक्शन के लिए आवेदन कर रखे थे और डिमांड राशि भी जमा करवा चुके थे।
ऐसा इसलिए होता है विभाग की ओर से बिजली के खम्भे खड़े करने पर केबल बिछाने व मीटर लगाकर उपभोक्ता के कनेक्शन करने तक का काम ठेके पर दिया जाता है। इसमें ठेकेदार की ओर से विभाग को रिपोर्ट कर दी जाती है कि उनकी फर्म ने इन ढाणियों में पोल खड़े कर केबल बिछा कर मीटर लगा दिए हैं। तब विभाग की ओर से बिल जारी किए जाते हैं। इस मामले में लापरवाही ठेकेदार की है या विभाग की लेकिन पांचों परिवार को असमंजस की स्थिति में डाल ही दिया है।