समाज में पुत्र-पुत्री एक समान का संदेश कर घोड़ी पर बिटिया को बैठाकर डीजे पर परिजनों ने नाचते-गाते उत्साह के साथ बिंदोली निकाली। इसकी कस्बे में चर्चा रही। लड़की के ताऊ भंवरलाल ढाका ने कहा कि जब समाज में यह संदेश दिया जा रहा है कि बेटा-बेटी समान है तो फिर लड़का घोड़ी पर बैठता है तो लड़की क्यों नहीं। जब लड़की की बिंदोरी निकली तो इस पहल की हर कोई प्रशंसा कर रहा था। वहीं सब परिवार व रिश्तेदार की पहल से कस्बे में भी नया संदेश मिला है।