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बीकानेर

कीमत से ज्यादा वसूली, शराब की 18 दुकानों पर पहुंचे राज्य कर अधिकारी

bikaner news: वित्त सचिव के निर्देश पर राज्य कर विभाग ने किया निरीक्षणआबकारी विभाग को भी नहीं लगने दी भनक

बीकानेरOct 12, 2019 / 01:15 am

Hari

State tax officers arrived at 18 liquor shops

State tax officers arrived at 18 liquor shops

बीकानेर. शराब की दुकानों पर निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत वसूलने की शिकायतें और आबकारी विभाग की अनदेखी की शनिवार को पुष्टी हो गई।

राज्य सरकार के वित्त सचिव डॉ. पृथ्वी के निर्देश पर शनिवार को जिले की 18 शराब दुकानों पर राज्य कर विभाग के अधिकारी बोगस ग्राहक बनकर पहुंचे। शाम करीब पांच से आठ बजे तक हुई इस कार्रवाई में सभी शराब की दुकानों पर अंकित मूल्य (एमआरपी) से अधिक दरें ली जा रही थी।

हैरत की बात यह रही कि इसकी भनक राज्यकर विभाग के अधिकारियों ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी नहीं लगने दी। कार्रवाई के बाद राज्यकर विभाग के दफ्तर को रात साढ़े नौ बजे खोला गया, जहां आबकारी विभाग के अधिकारियों को बुलाकर उन्हें १८ प्रकरण सौंपे गए। सभी दुकानों के स्थान और उनके प्राधिकार पत्र का उल्लेख करते हुए राज्यकर विभाग के अधिकारियों ने आबकारी अधिकारियों को पत्रावली सौंपी।

18 अधिकारियों की टीम
राज्यकर विभाग के संयुक्त आयुक्त सीपी मीणा के निर्देश पर 18 अधिकारियों व कर्मचारियों का लवाजमा अलग-अलग दुकानों पर पहुंचा। अधिकारियों को उस समय हैरानी हुई, जब उन्हें सभी १८ दुकानों पर अंकित मूल्य से अधिक शराब की कीमत चुकानी पड़ी। एक अधिकारी की मानें तो प्रत्येक शराब की बोतल पर 25 से 50 रुपए अधिक लिए जा रहे थे।

जारी रहेगी कार्रवाई
संयुक्त आयुक्त मीणा ने बताया कि शराब की बोतल पर अंकित अधिकतम मूल्य से अधिक कीमत नहीं ली जा सकती, लेकिन अधिकतर दुकानों पर शराब की अधिक कीमत ली जा रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का अभियान लगातार जारी रखा जाएगा। भविष्य में अगर किसी शराब दुकान पर अधिक कीमतें वसूलने की शिकायत मिली तो दुकानदार के खिलाफ प्रकरण बनाकर उसकी रिपोर्ट आबकारी विभाग और राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
कलक्टर भी ले चुके हैं संज्ञान
शराब की दुकानों पर अंकित मूल्य से अधिक कीमत वसूलने की करतूत नई नहीं है। जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने भी निरीक्षण में इस बात की पुष्टि की थी। कलक्टर की शिकायत के बाद संबंधित दुकान संचालक को महज नोटिस देकर इतिश्री कर ली गई।
इसके बाद भी शराब दुकानों पर एमआरपी से ज्यादा वसूली की शिकायतें कम नहीं हुई, लेकिन जिला प्रशासन और आबकारी विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। शनिवार को जब वित्त सचिव के निर्देश पर शराब दुकानों पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया तो सभी अधिकारी हैरान रह गए।
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