नागरिक अपने संसाधनों से कचरा इकट्टा करवाते हैं। फिर कचरा संग्रहण टैक्सी में डलवाते हैं। वहीं रोड लाइटों के लिए कॉलोनी की समिति ही व्यवस्था करती है। यह कॉलोनी हाउसिंग बोर्ड की है, लेकिन नगर निगम इसे ले नहीं रहा है। हाउसिंग बोर्ड से कॉलोनी को नगर निगम में हस्तान्तरित करने के लिए पिछले 20 वर्षों में अनेक प्रयास हुए लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात रहे।
‘पत्रिका के जन-जन रखें सफाई’ अभियान में बुधवार को कॉलोनी के वार्ड 36 की समिति की बैठक में नागरिकों ने इस बात पर रोष जताया कि राज्य सरकार के स्तर पर हाउसिंग बोर्ड की इस कमेटी को नगर निगम को हस्तान्तरण की कार्रवाई नहीं हो रही है। निगम ने वर्ष 2000 में इस कॉलोनी को निगम सेवा के लिए अपने अधीन लेने के लिए ३५ लाख रुपए मांगे। हाउसिंग बोर्ड ने यह राशि जमा नहीं करवाई। अब नगर निगम इस कॉलोनी में अन्य वार्डों की तरह न तो विकास कार्य करवाता है और न ही सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था करता है।
सुनवाई नहींबैठक में बलदेव सुखीजा ने कॉलोनी को नगर निगम के अधीन देने का मु²ा उठाया। लक्ष्मी नारायण जुनेजा ने कहा कि
निगम स्तर पर कोई सुनवाई नहीं होती है। उन्होंने व्यवस्था को लेकर रोष जताया। जितेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि नागरिकों के सामूहिक स्तर पर कॉलोनी के विकास कार्य किए हैं। कॉलोनी के नागरिक जागरूक है व आपसी तालमेल से
काम करते हैं।
इस मौके पर पार्षद आदर्श शर्मा ने कहा कि नागरिकों की समिति के माध्यम से कॉलोनी में सफाई एवं विकास के काम करवाने के लिए हम सब मिलजुल काम करें। ‘पत्रिका’ के हेम शर्मा ने जन जन रखे सफाई अभियान की जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि पत्रिका इस मु²े पर पूरे नगरीय क्षेत्र के सभी वार्डों में सफाई के प्रति जन जागृति का कार्य नागरिकों के साथ मिलकर करेगी। राहुल जायसवाल ने कॉलोनी से होकर गुजर रहे औद्योगिक नाले की समस्या की तरफ
ध्यान दिलाया।
समिति गठित
पवनपुरी दक्षिण विस्तार वार्ड ३६ समिति में बलविन्द्र यादव, जितेन्द्र कुमार शर्मा, दिनेश भटनागर, लक्ष्मीनारायण जुनेजा, राहुल जयसवाल, गणेश दूबे, अमर जीत यादव, नानक चन्द नागपाल, गिरधर गोस्वामी, कैलाश आसोपा, अनिल सिंह, विनोद जोशी, डॉ. वी.के.मिश्रा, महावीर मोदी सदस्य बनाए गए।