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कश्मीर से कन्याकुमारी तक मोटरसाइकिल चलाकर बनाया रिकॉर्ड, जानें हरियाणा के दो दोस्तों की कहानी

2 दोस्तों पर बाइक चलाने का जुनून ऐसा चढ़ा कि दोनों ने 87 घंटे में ही देश को एक कोने से दूसरे कोने तक नाप डाला.

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Pragati Vajpai

Aug 31, 2019

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नई दिल्ली: अंबाला के रहने वाले 2 दोस्तों ने लगातार 87 घंटे बाइक चलाकर लिम्का बुक रिकॉर्ड बनाया है। दरअसल इन दोनों ने 87 घंटे में बाइक चलाकर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की दूरी तय की है। ये सफर इतना आसान नहीं था लेकिन हौंसला बुलंद हो तो कुछ भङी नामुमकिन नहीं होता है।

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अंबाला कैंट के रहने वाले 2 दोस्त विशाल और अजय लेह मनाली घुमने गये थे। यह सफर दोनों ने मात्र 12 घंटो में पूरा किया था। तब इन्हें पता चला कि यह एक रिकार्ड है जिसके बाद दोनों ने मन बनाया कि वे अपनी बाइक के जरिये कश्मीर से कन्या कुमारी का सफर कर नया रिकार्ड बनायेंगे। इसके बाद दोनों ने 2 जून 2018 को लेह से सुबह 4 बजे से अपना सफर शुरू किया और 5 जून 2018 की शाम को दोनों कन्याकुमारी पहुंच गये। इससे पहले यह रिकॉर्ड 125 घंटो का है। लेकिन दोनों ने कश्मीर से कन्याकुमारी के सफर को मात्र 87 घंटो में पार कर नया रिकॉर्ड कायम किया है।

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रॉयल एनफील्ड बनी हमसफर- विशाल और अजय के इस सफर में रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 और रॉयल एनफील्ड 500 इन दोनों की हमसफर बनी।

2 पड़ावों में तय किया सफर-

विशाल की मानें तो दोनों नें इस सफर में मात्र 2 ठहराव लिए और अपने सफर को 87 घंटो में पूरा कर दिया। विशाल और अजय फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं और दोनों ही बाइक चलाने के शौकीन है ।

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मुश्किलों भरा था सफर-

रिकॉर्ड बनाने के लिए दोनों को दिन-रात बाइक चलानी पड़ती थी। ऐसे में नींद आनी लाजिमी है। बताते हैं, नींद न आए इसलिए हम च्विंगम और टॉफी अपने पास हमेशा रखते थे। इसके अलावा आपको बता दें कि सफर के दौरान दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची जगह तंगलंग पर गिर गये थे। अपने सफर के बारे में बात करते हुए दोनों ने बताया जहां बर्फ ही बर्फ होती है। सुबह के टाइम अचानक हमारी बाइक बर्फ में फंस गई। टैम्परेचर 0 डिग्री था। ऊपर से पानी पड़ रहा था। सड़क फिसलनी हो गई। हेल्प करने वाला भी कोई नहीं। हमारे पैर भी फिसल रहे थे। बाइक निकालना काफी मुश्किल हो गया। ब्रेक भी जाम हो गई। 20-25 मिनट की मेहनत के बाद बर्फ तोड़कर पैराें को फंसाकर बाइक निकाली।

हैदराबाद से बेंगलुरु के रास्ते में जाते समय खूब बारिश और तूफान था। ऊपर से हैवी ट्रैफिक। बाइक चलाना काफी मुश्किल हो गया। तब दिल में आया कि क्यूं हम ऐसा कर रहे हैं। लेकिन कुछ देर बाद बारिश बंद हो गई और हम निकल पड़े अपने सफर पर।