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बिलासपुर

फिर बढ़ गया पारा,गर्मी से नहीं मिल रही राहत, मौसम फिर दिखाने लगा तल्ख तेवर

मौसम की मार से कूलर और पंखें की हवा भी राहत नहीं दे पा रही है। रविवार होने के बावजूद शहर की सड़कें पूरी तरह सूनी रही।

बिलासपुरMay 13, 2019 / 11:25 am

Murari Soni

बिलासपुर. मौसम की मार से कूलर और पंखें की हवा भी राहत नहीं दे पा रही है। रविवार होने के बावजूद शहर की सड़कें पूरी तरह सूनी रही। शनिवार की तुलना में रविवार को शहर का तापमान ज्यादा रहा। आने वाले दिनों में मौसम के तेवर और तल्ख होंगे। फेनी चक्रवात से कुछ दिनों के लिए राहत मिली थी लेकिन एक सप्ताह से तेज धूप लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। शनिवार को शहर का तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि रविवार को 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज रहा। मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी संभागों के एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश की होने की संभावना व्यक्त की है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने की बात कहीं जा रही है।
बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिससे लोगों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है, लेकिन मौसम बदलते ही तेज धूप के साथ गर्मी भी बढ़ जाएगी।
गर्मी में 75 प्रतिशत बढ़ जाती है सनस्क्रीम की मांग
गर्मी में तेज धूप होने के कारण सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीम की अधिक मांग हो रही है। इस मौसम में इसकी मांग 70 से 80 प्रतिशत तक बढ़ गई है। शहर में विभिन्न ब्रांड के सनस्क्रीम मौजूद हैं जिसकी कीमत 60 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक रहती है। तेज धूप और गर्म हवा से चेहरे झुलसना आम बात हैं। धूप से बचने के लिए लोग अक्सर चेहरे पर कपड़े बांधकर घर से बाहर निकलते हैं। फिर भी चेहरे पर तेज धूप का असर दिखाई पड़ता है। कुछ लोग अपनी त्वचा की खासतौर से देखभाल करते हंै। इस मौसम में सनस्क्रीम, बॉडी लोशन जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट की मांग बढ़ जाती है। बाजार में विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों के ब्यूटी प्रोडक्ट बिक रहे हैं, जिसकी कीमत 60 रुपए से लेकर हजार रुपए तक होती है। ठंड और बरसात की तुलना में गर्मी के मौसम में ब्यूटी प्रोडक्ट की मांग 70 से 80 प्रतिशत बढ़ जाती है।
ड्रायफ्रूटस की घट जाती है मांग
थोक व्यापारी आशीष हिरानी ने बताया कि सूखे मेवे की तासीर गर्म होती है। जिसके कारण अन्य मौसम की तुलना में इसके खरीददार बहुत कम मिलते हैं। ठंड और बरसात में जहां इसकी मांग अधिक होती है वहीं गर्मी में 50 प्रतिशत गिरावट आ जाती है। शादी के कारण कुछ दिनों तक मांग बनी रहती है। लोग इस मौसम में पपीता, स्ट्राबेरी, खीरा, ककड़ी, आम जैसे मौसमी फलों का सेवन करना ज्यादा पसंद करते हैं।
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