सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का उद्घाटन करते हुए अमर अग्रवाल द्वारा कांग्रेसियों पर शहर को कचरा करने का आरोप लगाने पर कांग्रेसियों ने उनके बंगले का घेराव और घर में कचरा फेंककर विरोध प्रदर्शन करने का कार्यक्रम 18 अगस्त को तय किया था। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई थी। कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन को रोकने पुलिस ने मंत्री अग्रवाल के बंगले के आसपास बेरिकेटिंग की थी। कांग्रेसियों ने पुलिस को छकाते हुए मंत्री के बंगले में कचरा फेंका था।
कांग्रेसियों को रोक पाने में नाकाम रहे एएसपी नीरज चन्द्राकर ने जिले के राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों के साथ मिलकर कांग्रेस भवन में घुसकर कांग्रेसियों पर लाठी चार्ज किया था। घटना में एक दर्जन से अधिक कांग्रेसी घायल हुए हैं। घटना के बाद कांग्रेस ने आक्रामक विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। लगातार विरोध होने और मामला दिल्ली तक पहुंचने के बाद सीएम ने गुरुवार को सूरजपुर प्रेस कान्फ्रेस में एएसपी नीरज चन्द्राकर को हटाकर पीएचक्यू अटैच करने की घोषणा कर दी। सीएम ने मामले में दंडाधिकारी जांच तक एएसपी चन्द्राकर को पीएचक्यू में अटैच रखने के आदेश दिए गए हैं।
बिना अनुमति कर दिया लाठीचार्ज
किसी तरह की गड़बड़ी होने पर लाठीचार्ज के लिए कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, एडीएम की अनुमति लेना जरूरी है। लेकिन एएसपी नीरज चंद्राकर ने बिना किसी की अनुमति के पुलिस बल के साथ कांग्रेसियों पर लाठियां चलाईं। कलेक्टर, एसपी सहित संबंधित सभी अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने कोई निर्देश इस बाबत जारी नहीं किए और घटना होने के बाद ही इस संबंध में जानकारी हुई।
पीएम के दौरे के मद्देनजर हुई कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र 22 सितंबर को जांजगीर आ रहे हैं। कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन शहर में जारी है, साथ ही पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने भी कहा है कि अगर इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे पीएम का जांजगीर दौरा नहीं होने देंगे। यह मामला पीएम हाउस तक भी पहुंच चुका है। माना जा रहा है कि इसी के मद्देनजर चंद्राकर पर तुरंत-फुरंत कार्रवाई की गई है।