पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने हाई प्रोफाइल रेड्डी अन्ना एप के माध्यम से हो रही सट्टेबाजी के अवैध कारोबार का खुलासा किया। जिले में रेड्डी अन्ना एप के जरिए क्रिकेट व अन्य गेम में लोग लाखों रुपए का दांव लगा रहे हैं। सट्टे के अवैध कारोबार में संलिप्त कुछ आरोपी छोटे छोटे मामलों में गिरफ्तार हुए। उनकी आईडी के आधार पर दांव लगाने वाली वेबसाइट को एक टेकइंक की सहायता से ट्रेस करना शुरू किया। मिले लिंक से पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए श्रीलंका व दुबई की आईपी से पूरे कारोबार के संचालित होने का बिलासपुर पुलिस को पता चला।
सट्टे के कारोबार करने वालों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए, एसीसीयू टीम टीम लोकेशन लगातार ट्रैक कर रही थी। सट्टेबाजों की लोकेशन श्रीलंका, दुबई व अन्य देश में भी बदल रही थी। पुलिस की टीम ने ट्रैकिंग के दौरान पाया कि कुछ आरोपी बिलासपुर के सरकंडा क्षेत्र में अपना कारोबार चलाने पहुंचे हैं।
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आरोपियों की लोकेशन ट्रैक होने के बाद पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम दीपक पिता सुंदर लाल यादव (25) फॉरेस्ट कॉलोनी बेलगहना कोटा व संजय पिता सुरेश जायसवाल (30) निवासी बाजारपारा बेलगहना का होना बताया। मामले में मुय आरोपी व ब्रांच संचालक विकास अग्रवाल को पुलिस नहीं पकड़ सकी। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस संभावित जगह पर दबिश दे रही है।
Bilaspur Satta Bazar: मनाली में होटल बुक कर चला रहा था कारोबार
टेक इंक (टेक्नीकल इंटेलिजेंस) के माध्यम से पुलिस ने ब्रांच संचालक विकास अग्रवाल का मनाली में होने का पता लगा लिया था। टीम ने ट्रैकिंग के दौरान पता लगाया कि आरोपी होटल जैक हील में अपना कारोबार जमाए हुए है। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए टीम का गठन किया जा रहा था। इस दौरान ट्रैकिंग नबर बिलासपुर में सक्रिय दिखाई देने लगा, जिसे ट्रैक कर बिलासपुर पुलिस ने सरकंडा पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया।
19 एटीएम, 170 फर्जी सिम, 27 मोबाइल जब्त
पासपोर्ट 01 नग जिसमें श्रीलंका का इमीग्रेशन लगा है, 4 लैपटॉप, 27 मोबाइल, 170 से अधिक फर्जी सिम, 7 बैंक पासबुक, 2 चेक बुक, 19 एटीएम कार्ड, 20 से अधिक बैंक अकाउंट में 5 लाख रुपए होल्ड कराया, 2 रजिस्टर इसमें करोड़ों रुपए के सट्टा के लेनदेन का हिसाब-किताब दर्ज है।
Bilaspur Satta Bazar: रेड्डी अन्ना पैनल में 100 से अधिक ऑनलाइन गेमिंग साइट
रेड्डी अन्ना वेब साइड के माध्यम से सट्टेबाज गेम के शौकीन लोगों को क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, एविएटर, कशीनो, हार्स राइडिंग व अन्य गेम जिसमें लोगों की रुचि है उस पर दांव लगवाते हैं। मन पंसद गेम खेलने के साथ ही लोगों को बेहिसाब रुपए कमाने का मौका मिलने की वजह से रेड्डी अन्ना एप की काफी डिमांड है।
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25 से 50 हजार तक में बिक रही आईडी
गिरफ्तार आरोपी दीपक यादव व संजय जायसवाल ने पुलिस को बताया कि वह दोनों ब्रांच संचालक विकास अग्रवाल के लिए काम करते है। विकास ने ही रेड्डी अन्ना एप की आईडी को खरीदा था। वेब साइट की आईडी खरीदने के बाद वह टेलीग्राम व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से आईडी बेचने का भी काम करता था। डिमांड के आधार पर आईडी 25 से 50 हजार तक बिकती थी।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह का कहना है कि ऑनलाइन सट्टे का अवैध कारोबार चलने सूचना टीम को लगातार मिल रही थी। टीम ने विभिन्न तरीके से साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी दुबई व श्रीलंका से भी अपना कारोबार चला रहे थे। बिलासपुर पहुंचे तो इन्हें गिरफ्तार किया गया है।