जानकारी के अनुसार, 3 सदस्यीय उडऩदस्ता की टीम ने केआर लॉ कॉलेज में एक बार चेक करके निकल गई थी। उसके बाद टीम यूटीडी परिसर में जाकर रुक गई। इससे परीक्षार्थी को लगा कि टीम चली गई है। फिर टीम के दो सदस्य उस कक्ष में गए तो परीक्षा के अंतिम समय में सीमा सिंह को नकल करते पकड़ा है। साथ ही सीमा सिंह के पास से नकल की सामग्री बरामद की गई है। बताया गया कि उनके पास से एक पेपर मिला है, जिसमें उत्तर लिखे हुए थे। इसे उडऩदस्ता की टीम ने प्रिंसिपल को सौंपकर प्रकरण में आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है। बता दें कि सीमा सिंह विनोबा नगर से पूर्व पार्षद रह चुकी हैं।
नंबर बंद, अधिकारी खामोश
इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात है कि उडऩदस्ता की कार्रवाई की जानकारी स्वस्फूर्त देने वाले अधिकारियों ने मामले की जानकारी देने से बचने के लिए अपना नंबर बंद कर दिया, जिनके नंबर चालू मिले वो पहले टाल-मटोल करते रहे फिर नंबर बंद कर दिया। दूसरी ओर पूर्व पार्षद सीमा सिंह के आयोग सदस्य पति ने इस मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही।
नियम के अऩुसार टीम करेगी जांच
परीक्षा में नकल प्रकरण पकड़े जाने के बाद उडनदस्ता टीम कार्रवाई के लिए कॉलेज के प्रिंसिपल या उच्च अधिकारियों को नकल सामग्री सहित कॉपी भी सौंप देती है। इसके बाद जांच टीम उस नकल प्रकरण से मिलान कर जांच करती है कि कितने प्रतिशत नकल किया गया है। उसके अऩुसार आगे की कार्रवाई की जाती है।