आरोपी आशुतोष और अखिल ने बताया कि कुछ महीने पूर्व दोनों नागपुर महाराष्ट्र घूमने गए थे। दोनों ने घूमने के लिए टैक्सी किराये पर लेकर यूपीआई एप के जरिए राघव के खाते से 40 हजार रुपए का भुगतान किया था।खाते से ट्रैक्सी किराये के भुगतान की भनक राघव को नहीं लगने पर दोनों ने लगातार उसके खाते से आनलाइन रकम ट्रॉसफर करना शुरू कर दिया था। आरोपियों के खातों में करीब 19 लाख रुपए जमा है। पुलिस ने उनके खाते सीज कर दिया है।