राज्य शासन द्वारा फीस पर लगाई गई रोक पर दायर याचिका की सुनवाई हो चुकी है, फैसला आने वाला है इस दौरान लोक शिक्षण विभाग ने आदेश जारी कर निजी स्कूली द्वारा मार्च व अप्रैल माह में पालको से ली गई फीस का ब्यौरा मांगा है। आदेश पहुंचते ही जिला शिक्षा विभाग सारे निजी स्कूलों से शुक्रवार दोपहर तक अभिभावकों द्वारा मार्च व अप्रैल के दौरान ली गई फीस की जानकारी मांगी है।
अधिकारियों का कहना है कि लोक शिक्षा निर्देशक छत्तीसगढ़ द्वारा जारी आदेश में लॉक डाउन की अवधि में निजी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्रों से स्कूल प्रबंधन द्वारा वसूली शुल्क की आवश्यक जानकारी मांगी गई है कुछ स्कूलों की जानकारी भेजा जा चुकी है शुक्रवार दोपहर पहुंच जाएगें जिन्हें तत्काल रायपुर कार्यालय भेजा जाएगा।
इधर एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन
एक निजी स्कूल की मनमानी के खिलाफ गुरुवार को एनएसयूआई बिलासपुर प्रदेश सचिव लक्की मिश्रा के नेतृत्व में विरोध प्रर्दशन किया गया। लक्की मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार के आदेश के बाद भी आन लाइन क्लासेस के नाम पर निजी स्कूल फीस वसूल रहे है इसी मामले में विरोध है। स्कूल प्रबंधन के द्वारा अवैध तरीके से फीस वसूली के खिलाफ हुए प्रर्दशन में स्कूल प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गए थे। प्रर्दशन के दौरान जिला अध्यक्ष तनमीत छाबडा, अर्पित केशरवानी, निखिल राय, विवेक साहू, शिवम दुबे, आकाश श्रीवास्तव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
पालक संघ ने कहा सब ढकोसला
सर्व स्कूल अभिभावक संघ के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई हो चुकी है। सुनवाई के बाद इस तरह आदेश जारी होना संदेह के दायरे में है निजी स्कूलों को नेताओं का व अधिकारियों को मंत्रियों का संरक्षण प्राप्त है। बकायदा उनके करीबी खुद का स्कूल चला रहे हैं। इसलिए फीस को लेकर कुछ नहीं होने वाला सब मिले हुए हैं। हमें हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
लोक शिक्षा निर्देशक छत्तीसगढ़ रायपुर से निजी स्कूलो द्वारा लॉक डाउन के दौरान अभिभावको से मार्च व अप्रैल माह के दौरान लिए गए फीस का ब्यौरा मांगा है। कुछ स्कूलों के डिटेल भेज दिए गए है बचे हुए स्कूलों की जानकारी जल्द भेज देंगे।
-अशोक भार्गव, जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर