आरोपी महिला प्रियारानी ने बताया कि मैनेजर से रकम वसूल करे के बाद उन्हें जब पता चला कि पुलिस ने गिरोह के सदस्यों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है तो वह गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ पंजाब से दूसरे प्रदेश फरारी काटने चली गई थी। मोटी रकम साथ रखने से चोरी होने या पुलिस के पकड़ लेने के आशंका पर उसने अपने हिस्से की रकम से जेवर खरीद लिए थे। पुलिस ने आरोपियों से करीब दो लाख के जेवर बरामद किए हैं।
कड़ाई से पूछताछ करने पर दूसरे दिन खोला मुंह
जालंधर पुलिस से जानकारी मिलने पर गुरुवार को तीनों से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उन्होंने जालंधर में पंजाब सिंध बैंक के मैनेजर सुनील वर्मा के पास अपने गिरोह की एक लड़की को लोन के लिए भेजा था। गिरोह की सदस्य लड़की से मैनेजर सुनील वर्मा ने संपत्ति की जानकारी के लिए घर बुलवाया था। लड़की के घर में पहले से गिरोह के 7-8 सदस्य मौजूद थे। मैनेजर उनके मकान का निरीक्षण करने पहुंचे तो घर में मौजूद गिरोह के सदस्यों ने उनकी फोटो खींच ली और दुष्कर्म व छेडख़ानी के मामले में फंसाने की धमकी दी। मैनेजर ने छेडख़ानी व दुष्कर्म नहीं करने की बात कही तो सभी ने मिलकर उसकी जमकर पिटाई की थी। एफआईआर से डरकर मैनेजर सुनील वर्मा ने गिरोह के सदस्यों को 7 लाख 10 हजार रुपए दिए थे। उक्त रकम में से तीनों को 2 लाख 60 हजार रुपए मिले थे। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 41, 1-9 के तहत अपराध दर्ज किया।
कई लोगों से वसूले रकम
पकड़ाए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बैंक मैनेजर से पहले भी उन्होंने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर बड़े व रसूखदार लोगों को लड़की के माध्यम से घर बुलाकर ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूल चुके हैं। गांव के सरपंच, व्यापारी, अधिकारी व रसूखदार से करीब 50 लाख से अधिक की रकम वसूल करचुके हैं।
जालंधर से मिला सुराग
तीनों की गतिविधियां और अलग-अलग जवाब देने पर सिविल लाइन पुलिस ने जालंधर स्थित रामामंडी थाने से संपर्क किया। रामामंडी थाने के पुलिस कर्मियों ने बताया कि बिलासपुर में जिन व्यक्तियों को पकड़ा गया है, उन्होंने बैंक मैनेजर को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूल कर फरार हुए हैं। बैंक मैनेजर की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 386, 342,506,323,120 (बी) के तहत अपराध दर्ज है।
2 महिलाएं पहले हो चुकी हैं गिरफ्तार
गिरोह कीसदस्य दो महिलाएं सलौनी और गंगा को रामामंडी पुलिस पहले ही गिरफ्तार(Inter state gang arrested)कर चुकी है। गिरोह के बाकी सदस्य फरार हो गए थे। गिरोह के 3 सदस्य बिलासपुर में पकड़े जाने के बाद शेष 3 सदस्यों की जालंधर पुलिस तलाश कर रही है। वहीं शहर में पकड़ाए तीनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।