गाइड लाइन के अनुसार स्कूली बच्चों ओर नाबालिगों को गुड-टच बैड टच की जानकारी से अवगत कराने के लिए पुलिस को अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को बच्चों के बीच जाकर उन्हें अपनों के स्पर्श को गुड-टच और अपराधियों द्वारा स्पर्श किए जाने वाले बैड-टच की जानकारी देना है, जिससे बच्चों को अपनों और अपराधियों की पहचान हो सके।
बच्चों से दोस्तों की तरह व्यवहार
देश में बच्चों को उनके परिजन डराने के लिए पुलिस का नाम लेते हैं। ऐसे में बचपन से बच्चों के मन में भय और डर समा जाता है। गाइडलाइन में बचपन से बच्चों के बीच जाकर उन्हें यह बताना है कि पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। गलत काम और कानून तोडऩे पर पुलिस अपराधियों को पकड़ती है, बच्चों को पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। कहीं भी गलत या कानून तोडऩे की बात सामने आती है तो बच्चों को सीधे पुलिस से संपर्क कर जानकारी देनी चाहिए।
साथ में काम करते-करते दोस्त की पड़ गई बीवी पर नजर, बढ़ता गया शक और एक दिन गुस्से में आकर दोस्त को ही उतार दिया मौत के घाट साल-दर-साल बढ़ रहे मामले
क्र – वर्ष – दर्ज अपराध
1. – 2012 – 5
2.- 2013 – 43
3.- 2014- 56
4. – 2015- 82
5. – 2016- 117
6- 2017 – 141
7.. 2018 – 154
8. – 2019 – 53
संजय धु्रव, एएसपी व नोडल अधिकारी
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