read more-ट्रेन से हो रही थी बेशकीमती सामान की तस्करी, विभाग की लापरवाही से होता है गोरख कारोबार सबसे ज्यादा पथराव के मामले अनूपपुर से शहडोल सेक्शन के बीच ही सामने आते है। आरपीएफ की अब तक हुई जांच में पथराव का न तो कोई कारण सामने आया है और न ही पथराव करने वाले शरारती तत्व ही समझ्ने को तैयार हैं। ऐसे कुछ अपचारी बालकों को अभिरक्षा में लेकर समझाश के बाद परिजनों को सौंपा भी गया। लेकिन उसके बाद भी पथराव की वारदात कम नहीं हुई। इस अपचारी बालकों को अभिरक्षा में लेकर न्यायायल में पेश किया है।
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अबतक मंडल में पथरवाजी की जो भी वारदात हुई है। इसमें किशोरों का ही हाथ पाया गया है। समझाइश के बाद भी जब स्थिति में सुधार नहीं हो तो लगभग 6 बच्चों को बाल न्यायलय में पेश कर कार्रवाई की गई (Police caught boys )है। पथराव की घटना को अब गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जाएगी इससे ही पथराव के मामलों में कमी आएगी।
ऋषि कुमार, सीनियर डीएससी बिलासपुर