सीधे खड़े होकर आगे की तरफ झुकने से हमारे नाड़ी तन्त्र में रक्त की आपूर्ति अधिक होती है जिससे वह प्रबल होता है। इससे मन भी अधिक शांत होता है। शवासन
शवासन शरीर को गहन ध्यान के विश्राम की स्थिति में ले जाकर शरीर में शक्ति व स्फूर्ति का संचार करता है।इसे सभी योग आसनों के अभ्यास के बाद अंत में करना चाहिए।
यह आसन मस्तिष्क को शांत करता है तथा इसके अभ्यास से व्यक्ति चिंता-मुक्त हो जाता है। शिशु-आसन
यह आसन नाड़ी तन्त्र को शिथिल व शान्त करता है तथा प्रभावी रूप से पीड़ा को कम करता है।
इस आसन से रक्त संचार बढ़ता है और या मन को शांत करता है। पश्चिमोतानासन
बैठ कर दोनों पैरो को आगे की ओर फैला कर, हाथों को पैर की तरफ ले जाते हुए आगे की ओर झुकने से मस्तिष्क शांत होता है और तनाव दूर होता है। इस आसन से सिरदर्द में भी आराम मिलता है।
पद्मासन में बैठने से मन शांत होता है और सिर दर्द मिट जाता है। अधोमुखश्वानासन
नीचे की ओर चेहरा रखते हुए श्वानासन करने से रक्त संचार में वृद्धि होती है जिससे सिर दर्द से मुक्ति मिलती है।