खुद एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, जबकि महेशपुर एसडीपीओ शशि प्रकाश और हेड क्वाटर डीएसपी एके मोहली समेत अन्य पुलिसकर्मी भी उनके साथ थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की ओर से की गई जबाबी कार्रवाई से नक्सली पीछे हटने को मजबूर हुए और मौके से हार्डकोर नक्सली सुनील मुर्मू को एक देशी कट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया, लेकिन उसके अन्य साथी रात में अंधेरे का फायदा उठाते हुए भागने में सफल रहे। पुलिस फरार अन्य नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
सूत्रों के मुताबिक सुनील मुर्मू का आपराधिक इतिहास रहा है और नक्सलियों से भी उसकी सांठ-गांठ है। उसने नक्सलियों के नाम पर एकलव्य विद्यालय के संवेदक से 80 लाख रुपए की मांग की थी। छह महीने पहले इस मामले को लेकर महेशपुर के डूमरघट्टी गांव में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, लेकिन उस वक्त सुनील फरार होने में सफल रहा था। मूल रूप से महेशपुर के डूमरघट्टी गांव के रहने वाले सुनील मुर्मू पर हत्या, लूट, डकैती समेत कई मामले में दर्ज है ।