शत्रुघ्न सिन्हा
‘शत्रुघ्न सिन्हा’ का नाम बॉलीवुड के सुपरस्टार्स में शामिल रहा है। उन्होंने अभिनेता से राजनेता बनने की पहल की। शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं। शत्रुघ्न सिन्हा वर्ष 2009 से 2014 और 2014 से 2019 तक दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं और दो बार राज्यसभा के लिए कार्य किया है। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना साहिब निर्वाचन क्षेत्र से अभिनेता शेखर सुमन को हराकर चुनाव जीता था। शत्रुघ्न सिन्हा जनवरी 2003 से मई 2004 तक संघ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तथा उसके बाद अगस्त 2004 में शिपिंग के केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे।
अभिनेता राज बब्बर ने वर्ष 1989 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वे पहले जनता दल के सदस्य बने। उसके बाद वे समाजवादी पार्टी में शामिल हुए, जिसके लिए उन्हें तीन बार सांसद भी चुना गया। राज बब्बर ने वर्ष 1994 से 1999 तक राज्यसभा में सेवारत रहे। वर्ष 2008 में राज बब्बर ने पार्टी बदलते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर ली। वर्ष 2009 में चौथी बार सांसद बने। अभी वह उत्तर प्रदेश काँग्रेस समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
सुनील दत्त
दिवंगत अभिनेता सुनील दत्त हभी राजनीति में सक्रिय रहे। सुनील दत्त ने वर्ष 1981 में राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने 1984 में कांग्रेस (आई) की सदस्यता ग्रहण की। बाद में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सुनील दत्त उत्तर पश्चिमी मुंबई से पांच बार वर्ष 1984, 1989, 1991, 1999 और वर्ष 2004 में सांसद बने। उन्होंने 1993 में मुंबई दंगों के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सुनील दत्त एक सक्रिय कार्यकर्ता थे, जो मुंबई के झुग्गी निवासियों के कारणों का समर्थन कर रहे थे। इसके बाद उन्हें 2004 में युवा मामलों और खेल मंत्री बनाया गया। 2005 में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता विनोद खन्ना भी एक सफल राजनेता रहे। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। वर्ष 1997 में उन्होंने पंजाब के गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। वर्ष 1999 में उन्होंने लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की। उन्होंने जुलाई 2002 में संस्कृति और पर्यटन केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। दिसंबर 2004 में उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया। वर्ष 2014 के चुनावों में उन्होंने फिर जीत हासिल की।
राजेश खन्ना
अभिनेता राजेश खन्ना को राजनीति में लाने वाले राजीव गांधी थे। वर्ष 1984 में राजीव गांधी के कहने पर ही राजेश खन्ना ने कांग्रेस के लिए प्रचार-प्रसार करना शुरू किया था। इसके बाद राजेश खन्ना ने पहला चुनाव वर्ष 1991 में लड़ा था। 1992 में एक ही सीट के लिए हुए चुनाव में राजेश खन्ना ने शत्रुघ्न सिन्हा को 25,000 मतों से हराया। वर्ष 1996 तक राजेश खन्ना नई दिल्ली सीट से सांसद के रूप में सेवारत रहे।