रणधीर और बबीता की शादी
कपूर खानदान के चिराग रणधीर ने अपने करियर की शुरूआत 1971 में आई फिल्म ‘कल आज और कल’ के जरिए एक्टर और निर्देशक के तौर पर की। ये ऐसी फिल्म थी जिसमें तीन तीन पीढ़ीयां पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर और रणधीर कपूर एक साथ काम कर रही थी। फिल्म में अभिनेत्री बबीता भी अहम किरदार में थी।
इसी सेट पर होने वाली मुलाकात उनकी जिंदगी का हकीकत बनकर रह गई। क्योकि इसके बाद रणधीर ने बबीता से शादी कर ली थी। उऩ दिनों रणधीर की फिल्में हिट होने के कारण उनका वो हिट कलाकार के तौर पर पहचाने जाने लगे थे।
बबीता के प्यार में पागल थे रणधीर
फिल्म ‘कल आज और कल’ में रणधीर और बबीता के बीच मुलाकात हुई और यह मुलाकात प्यार में बदल गई। रणधीर बबिता की खूबसूरती के इतने दिवाने हो गए कि उन्होनें बबीता को पाने के लिये कई बड़े कदम उठा लिये। यहां तक कि कपूर खानदान के विरोध में तक खड़े हो गए। क्योकि उनके पिता राज कपूर बबिता से शादी नही करवाना चाहते थे,उस समय कपूर खानदान में किसी अभिनेत्री से शादी करना अच्छा नहीं माना जाता था। रणधीर कपूर ने अपने पिता के हाथ में गन हाथ में देकर कहा कि बस बबिता और कोई भी नहीं। मजबूरन राजकपूर को इस शादी के लिए तैयार होना पड़ा। 1971 में बबीता और रणधीर की शादी हुई और बबिता ने फिल्मों को अलविदा कह दिया।
लेकिन कुछ ही समय के बाद इऩके रिश्ते में तनाव बढ़ने लगे। क्योकि एक तरफ जहां बबीता ने शादी के बाद इस रंगीन दुनिया को अलविदा कह दिया था तो दूसरी और रणधीर का करियर भी डूबने की कगार पर था। उन्हें कुछ काम ना मिलने से दोनों के बीच तनाव बढ़ने लगा था। फिर एक दिन ऐसा आया जब बबीता ने कपूर खानदान का घर छोड़ देने का फैसला ले लिया। और अपने मायके आरके कॉटेज में रहने चली गईं। बबिता ने अपनी बेटियों करिश्मा और करीना के करियर पर फोकस किया। दोनों का करियर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कपूर खानदान के विरोध के बाद भी बनाया।