गणित के शुरुआती इतिहास में मिलेगी मदद
माना जा रहा है कि इस नए सबूत से गणित के शुरुआती इतिहास के बारे में मदद मिलेगी।
कई और सभ्यताओं में भी शून्य का इस्तेमाल
माया, बेबीलोन जैसी कई प्राचीन सभ्यताओं में भी शून्य का इस्तेमाल हुआ करता था।
शून्य पर भारत का एकाधिकार मजबूत
यह नई खोज भारत के लिए काफी मायने रखती है। क्योंकि जिस गोल आकृति का इस्तेमाल हम शून्य के तौर पर करते हैं, ठीक वैसा ही बखशाली प्रतिलिपि में भी इस्तेमाल हुआ है। दूसरा यह कि भारत इस तरह के शून्य विकसित करने का अपना दावा बरकरार रख सकता है।
ब्रह्मगुप्त की किताब में था शून्य का जिक्र
628 ईस्वी में भारतीय ज्योतिर्विद और गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त ने ब्रह्मस्फुटसिद्धांत नाम की किताब लिखी थी, जिसे शून्य के बारे में लिखी पहली किताब माना जाता है।
4 को होगा लंदन में प्रदर्शित
यह नया साक्ष्य लंदन के साइंस म्यूजियम में आगामी चार अक्टूबर को ‘प्रकाशित भारत: 5000 साल का विज्ञान’ आयोजन में प्रदर्शित होगा।