बुलंदशहर. कोरोना वायरस को लेकर देश-विदेश का व्यापार ठप हो गया है, जिसका असर आम जनता के जीवन पर भी पड़ने लगा है। बुलंदशहर में लगी जिला प्रदर्शनी को बंद करने की वजह से 200 से ज्यादा दुकान, सर्कस और झूले में काम कर रहे लोग अब परेशान हैं। दरअसल, जिला प्रदर्शनी बंद होने के बाद हजारों से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए हैं। दरअसल, प्रदर्शनी बंद करने की वजह से करोड़ों रुपए का व्यापार ठप हो गया है।
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बुलंदशहर में 6 मार्च को हुई जिला प्रदर्शनी में करीब 200 से ज्यादा दुकानें लगी थी। इसके अलावा सर्कस, झूले और मौत का कुआं लगा था, जिसमें हजारों लोगों को रोजगार मिला था। मगर रोना वायरस के चलते रोजगार ठप हो गया है। जिलाधिकारी ने मंगलवार की देर रात को जनपद में होने वाली जिला प्रदर्शनी शासन के आदेश के बाद बंद करा दी गई है, जिससे दुकानदार और व्यापारियों में काफी रोष है। प्रभावित लोगों का एक बड़ा नुकसान भी हुआ है।
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उधर, इस मामले में प्रदर्शनी के ठेकेदार एहसान ने बताया कि 2 करोड़ 22 लाख का ठेका लिया था। प्रदर्शनी केवल 11 दिन ही चली थी कि प्रशासन ने प्रदर्शनी को बंद करने के आदेश जारी कर दिया। वहीं, प्रदर्शनी में दुकान लगा रहे कासिम, रमेश और सुरेश ने बताया कि हम लोग 1 महीने के लिए मेले में दुकान लगाने के लिए आते हैं, जिससे अच्छी खासी कमाई हो जाची थी। उन्होंने बताया कि हमारे लिए ये एक मात्र रोजगार का जरिया है, लेकिन प्रशासन ने कोरोना वायरस के चलते बंद करा दिया है। अब हमारे खाने-पीने पर भी संकट आने लगा है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते देशभर में हाई अलर्ट है। चूकि प्रदर्शनी की वजह से रोजाना काफी लोग इकट्ठा होते हैं। इसलिए कमेटी की मीटिंग के बाद जिला प्रदर्शनी को बंद करा दिया गया है।