नहीं लगाए संकेतक
दोनों पुलियाओं के टूटने के बाद में यहां पर जिम्मेदार विभागों ने संकेतक लगाना भी मुनासिब नहीं समझा। ऐसे में अभी भी कई वाहन चालक यहां पर जान जोखिम में डालकर वाहन निकाल रहे हैं।
मामले को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एसएन मीणा ने बताया कि कैनाल की पुलिया सीएडी के अंडर में है। ऐसे में रखरखाव की जिम्मेदारी सीएडी की है। वहीं दूसरी ओर सीएडी के अधिशासी अभियंता शैलेंद्र व्यास ने बताया कि राजमार्ग 52 से राताबरड़ा तक बायपास निकालने के बाद में पुलियाओं की जिम्मेदारी सार्वजनिक निर्माण विभाग को दे दी है। दोनों पुलियाओं का निर्माण सार्वजनिक निर्माण विभाग की करवाएगा।