शहर के पुलिसलाइन चौराहे पर आवासीय परिसरों में संचालित शराब की दुकानों को अन्यत्र स्थानातरित करने की मांग ने जोर पकड़ लिया।
बूंदी•Apr 12, 2021 / 09:34 pm•
पंकज जोशी
आवासीय परिसरों में संचालित शराब की दुकानें हटवाओ सा’ब
आवासीय परिसरों में संचालित शराब की दुकानें हटवाओ सा’ब
जिला कलक्टर आवास के बाहर दिया धरना
बूंदी पुलिस लाइन चौराहे से शराब की दुकानें हटाने की मांग ने पकड़ा जोर
बूंदी. शहर के पुलिसलाइन चौराहे पर आवासीय परिसरों में संचालित शराब की दुकानों को अन्यत्र स्थानातरित करने की मांग ने जोर पकड़ लिया। रविवार को आस-पास की कॉलोनियों के बाशिंदे जिला कलक्टर आवास पर पहुंचे और बाहर सडक़ पर धरना देकर बैठ गए। बाद में जिला कलक्टर को पत्र सौंपा और दुकानों को अविलंब हटाने की मांग रखी। कलक्टर आवास के बाहर बैठे महिला-पुरुषों ने बताया कि पुलिस लाइन चौराहे पर देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानें आवासीय मकानों में संचालित हो रही जो नियम विरुद्ध बताई। दो दुकानें पहले से संचालित थी, इस बार एक और दुकान चालू होगी।
यह सब दुकानें आवासीय परिसर में संचालित हो रही है। इस क्षेत्र में आवासीय कॉलोनी मोतीनगर, गुलाब विहार, केसरी सिंह नगर, प्रताप नगर, मालवीय नगर, पास ही इम्मानुएल व डिफेंस स्कूल, राजकीय महाविद्यालय स्थित है। इन दुकानों में शाम ढलते ही बड़ी संख्या में शराबियों का जमावड़ा हो जाता है जो फिर रात तक जमे रहते हैं। यह शराब पीने के बाद गाली-गलौज और लड़ाई-झगड़ा करते हैं। वाहनों को बीच सडक़ पर खड़ा करने से सर्वाधिक परेशानी महिलाएं और बालिकाओं को झेलनी पड़ रही है। महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने बताया कि इस चौराहे की दुकानों में मध्य रात्रि तक शराब बेची जाती है। दुकानदार रात 8 बजे नाम की दुकान बंद करते हैं। पिछवाड़े या फिर बगल में ले रखी दुकानों में देररात तक धडल्ले से शराब बेचते हैं। इन्हें न आबकारी विभाग रोकता है और न ही पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई करती है।
क्षेत्र में अराजकता और भय का वातावरण बना रहने लग गया। लोगों ने जिला कलक्टर से मांग रखी कि यदि आवासीय परिसरों से शराब की दुकानें नहीं हटाई गई तो वह आंदोलन शुरू कर देंगे। ऐसे में इन सभी शराब की दुकानों को अन्यत्र शिफ्ट कराएं। इस दौरान पार्षद देवराज गोचर, गोलू नायक, धनन्जय शर्मा, अभिषेक शर्मा, संजय सिंह, राकेश ठाकोर, चंद्रप्रभा शर्मा, कमलेश जांगिड़, मनीषा यादव, शैल पांडे, शांति जेतवाल, कमला बिरला, संतोष शर्मा, सुरेन्द्र सिंह परिहार आदि सहित कई जने मौजूद थे।