‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजाद दूंगा’ का जज्बा रखने वाले आजादी के दीवाने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति बूंदी में मानो संवेदना नहीं रही हो
बूंदी•Jan 24, 2020 / 12:50 pm•
Narendra Agarwal
गणतंत्र : आजादी के दीवाने ‘बोस’ की बूंदी में मूर्ति की दुर्दशा कर रही शर्मसार
बूंदी. ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजाद दूंगा’ का जज्बा रखने वाले आजादी के दीवाने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति बूंदी में मानो संवेदना नहीं रही हो, इसका जीवंत उदाहरण देखने को मिला उनकी जयंती अवसर पर। यहां हायर सैकण्डरी स्कूल मैदान में लगी नेताजी की प्रतिमा की किसी ने सुध नहीं ली। जबकि प्रदेश स्तर तक के सारे आयोजन इनकी प्रतिमा के समक्ष ही होते रहे। यहां लगी मूर्ति पचास बरस से अधिक पुरानी हो गई, मूर्ति का कई हिस्सा हट चुका, बावजूद कोई जिम्मेदार नेताजी की नई मूर्ति लगाने की जहमत नहीं उठा रहा। जबकि आजादी के इस सिपाही की राजनीतिक सोच से ऊपर उठकर हर हाल में नई मूर्ति लगे। यह काम बूंदी के लोगों को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करना चाहिए। बोस की जयंती पर मूर्ति की दशा देखकर कुछ युवाओं ने तात्कालिक इसका रंग-रोगन तो करा दिया, लेकिन मूर्ति की यह दशा बूंदी को शोभा नहीं देती।
राजनीति से ऊपर उठकर हों काम : नई मूर्ति लगे
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की नई मूर्ति लगाने के मामले में लोगों ने कहा कि यह काम प्राथमिकताओं में होना चाहिए। एडवोकेट अमित निम्बार्क ने कहा कि इसके लिए ठोस योजना बनें। स्कूल प्रशासन को भी चाहिए कि वह इसके लिए मुहीम छेड़े और नई मूर्ति स्थापित कराएं। उन्होंने कहा कि इस महान देशभक्त के योगदान को भुलाए नहीं भूला जा सकता। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अमित शर्मा, भाजपा नेता निर्मल मालव ने कहा कि इस काम को बूंदी के युवाओं को अपने हाथ में लेना चाहिए। नेताजी की नई सुंदर मूर्ति लगाने के साथ ही इस जगह का स्वरूप निखारा जाना चाहिए।