यह काम फिलहाल बंद होने से कई वाहन चालकों ने वाहनों पर नंबर प्लेटें नहीं लगवाई है। वे इंतजार कर रहे हैं कि वापस प्लेट लगाने का काम शुरू होगा। सूत्रों के अनुसार 1 सितम्बर से 31 दिसम्बर 2017 तक जिलेभर में 8100 वाहनों के नए रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इन सभी वाहनों पर नंबर प्लेंटें लगनी थी। ऐसे में बड़ी संख्या में दुपहिया व चौपहिया वाहन बिना नंबर ही दौड़ रहे हैं। कुछ ने साधार नंबर प्लेंटें भी बनवा कर वाहनों पर लगाई है।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सुरक्षा के लिहाज से सरकार ने अनिवार्य की थी। ये प्लेट वाहन में फिक्स हो जाती है। इसे कोई खोलकर बदल नहीं सकता। नंबर प्लेट पर यूनिक नंबर भी अंकित होता है, जो वाहन के रजिस्ट्रेशन में भी चढ़ाया जाता है। इससे गाड़ी की पहचान आसानी से हो जाती है।
जिला परिवहन अधिकारी धर्मपाल आसीवाल का कह ना हैकि सरकार ने पांच साल का ठेका दे रखा था। जिसकी अवधि पूरी हो गई थी। दूसरी कंपनी को काम दिया था, लेकिन इसके बाद काम क्यों शुरू नहीं हुआ इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है। सरकार के स्तर पर मामला चल रहा है, पूरे प्रदेश में यही हालत हैं। वाहन मालिक साधारण नंबर प्लेटें बनवा रहे हैं।