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आया ऐसा संकट कि सारा काम हो गया ठप…जानिए कैसे जिला शिक्षा अधिकारी तेजकंवर ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और उसके साथ मॉपअप दिवस 15 फरवरी को सभी राजकीय विद्यालयों, छात्रावासों पर बच्चों को एक से 19 वर्ष के बच्चों को अलबेन्डाजोल की खुराक दिलवाया जाना सुनिश्चित करें ताकि बच्चों को इस हानिकारक कृमि रोग से मुक्त रखा जा सके। Read More: प्रशासन ने आंखे मूंदी, धरने के बाद कनक दंडवत कर गोरक्षकों ने लगाई गुहार…गोरक्षा दल के कार्यकताओं को बैठना पड़ा भूख हड़ताल पर चिकित्सा विभाग और शिक्षा विभाग करेगा मॉनिटरिंग-
सरकार के निर्देश पर मिड-डे-मिल कार्यक्रम के एसएमएस प्लेटफॉर्म द्वारा रिर्पोट तैयार की जाएगी इसमें कितने विद्यार्थियों ने एलबेन्डाजोल की खुराक ली इसकी संख्या टोल फी्र नम्बर 15544 पर एसएमएस के जरिए दी जाएगी। तीन दिन में विद्यालयों में बच्चों को यह खुराक दी जाएगी ताकि कोई भी बच्चा इससें वंचित न हो सके।
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भारत में मृदा से संचालित कृमि संक्रमण जनस्वास्थ्य के लिए अत्यन्त हानिकारक है। कृमि का खतरा सर्वाधिक एक से 19 वर्ष की आयु के बच्चों में रहता है। बच्चों के हाथ में कृमि होने से उनका शारीरिक विकास, एनिमिया, पोषण और ज्ञान से संबंधी विकास के साथ-साथ विद्यालय की उपस्थिति पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। निश्चित समय पर कृमि मुक्त डिवर्मिंग करने से कृमि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। यह भी पढ़ें