मांगे मान लेने से ये फायदा-
रेहटा-सुखपुरी में नया उद्योग बसने से कपड़े का उत्पादन बढ़ेगा। अभी एक दिन में 30 लाख मीटर कपड़े का उत्पादन आगे इससे दो गुना ज्यादा उत्पादन बढ़ेगा। वैश्विक बाजार में उभरकर सामने आएंगे।
ब्याज ऋण में अनुदान मिलने से नई यूनिट में बढ़ेगी। नए उद्योगपति भी इसमें तेजी से सामने आएंगे, निवेश बढ़ेगा।
जमीन बिकने के बाद सरकार को राजस्व के रूप में 1 करोड़ से अधिक का स्टॉम्प ड्यूटी शुल्क में फायदा होगा।
नया उद्योग बसेगा तो जीएसटी और अन्य टैक्स के रूप में सरकार को सालाना 40 करोड़ रुपए मिलेंगे।
अब नई जमीन ऐसे तैयार होगी
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रशांत श्रॉफ ने बताया कि सुखपुरी में नई जमीन को विकसिक करने के लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) समिति का गठन करेंगे। इसमें वे ही लोग सदस्य होंगे जो निवेश करने वाले है। यह जमीन को विकसित करेंगे। यहां रोड, पानी, इटीपी आदि अधोसंरचना के काम करेंगे। एसपीवी ही यहां जमीन का मूल्य तय करेंगी। जमीन को 99 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा। एसपीवी की सहमति से ही प्लॉट का अलॉटमेंट होगा।
प्रदेश का यह पहला अनोखा क्लस्टर
प्रशांत श्रॉफ ने बताया कि बड़ी बात यह भी है कि यह टेक्सटाइल क्लस्टर प्रदेश का पहला ऐसा क्लस्टर होगा जिसे व्यापारियों द्वारा विकसित किया जाएगा। जिस पर एसपीवी समिति और सरकार मिलकर काम करेंगी। अधोसंरचना में बिजली के लिए सरकार ने रेहटा के सब स्टेशन से बिजली सप्लाय पर भी हामी भर दी।
यह उद्योगपति पहुंचे भोपाल
भोपाल में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस सहित चेंबर ऑफ कॉमर्स से प्रवीण चौकसे, विजय पोद्दार, आनंद चौकसे, बुरहानपुर टेक्सटइल ट्रेडर्स से अध्यक्ष कन्हैया मित्तल, दामोदर तोदी, सैयद फरीद, पवन लाठ, गोपाल दरगड़, प्रदीप तोदी आदि मौजूद हुए।