scriptपांच से अधिक चिटफंड और 25 से अधिक चल रही समितियां | Chit fund and operates more than 25 more than five committees | Patrika News
बुरहानपुर

पांच से अधिक चिटफंड और 25 से अधिक चल रही समितियां

 कई कंपनियां बुरहानपुर से हो चुकी है रफुचक्कर 250 एजेंट कर रहे थे काम, लोग हो रहे परेशान

बुरहानपुरFeb 11, 2016 / 11:35 pm

Editorial Khandwa

बुरहानपुर. चिटफंड कंपनियों का बुरहानपुर गढ़ बन गया है। यहां पर महाराष्ट्र की फायनेंस कंपनी आकर व्यवहार करती है। एजेंटों को मोटी रकम का लालच देकर लोगों से रुपए जमा करवाए जाते हैं। बुरहानपुर में मैत्रेय जैसी करीब पांच कंपनियां काम कर रही है। जबकि सहकारी समिति बनाकर 25 संस्थाएं चल रही है।
लालच का कर रही कारोबार
बुरहानपुर में महाराष्ट्र से आई चिटफंड कंपनियां सक्रिय है। ये कंपनियां एजेंटों के माध्यम से लोगों से रुपए एकत्रित करती है। इसके बाद में कहीं और निवेश करने का कहकर गायब हो जाती है। निवेश में घाटा आया तो जमा कर्ताओं को रुपया वापस नहीं मिल पाता है।
एफडी और आरडी का खेल
बुरहानपुर में चिटफंड कंपनियां एफडी और आरडी करती है। जबकि नकदी लेनदेन का कारोबार नहीं करती है। कम रुपए को चुकाकर विश्वास जीतने के बाद मोटी रकम को हड़प जाती है। एफडी और आरडी में एक निश्चित दिनों तक राशि जमा कराई जाती है। वहीं रिर्टन करने के लिए पांच या छह साल बाद ही नंबर आता है।
नहीं खुला मैत्रेय के कर्मचारियों को
मैत्रेय का बुरहानपुर कार्यालय अब भी बंद है। इससे निवेशकों में हड़कंप मच गया है। निवेशक कंपनी के चक्कर काट रहे हैं। मैत्रेय की संचालिका के गिरफ्तार होने की खबर के बाद बुरहानपुर में करीब 25 करोड़ रुपए निवेशकों के अधर में लटके हुए हैं। बुरहानपुर में आर्को कॉम्पलेक्स के मैत्रेय का कार्यालय पिछले 11 दिनों से बंद है।

…करोड़ों ले गई है कंपनियां
सुपर पॉवर कंपनी- नेपानगर से 17 करोड़ रुपए एफडी कराने के बाद ले गई, संचालक गिरफ्तार लेकिन निवेशकों को नहीं मिले रुपए
सिटीजन बैंक- कॉपरेटिव क्षेत्र की सिटीजन बैंक में संचालकों ने करोड़ों का घोटाला किया, इसके बाद में बंैक बंद हो गई, आज भी बड़े खातेदारों को रुपए नहीं मिले। 65 करोड़ से अधिक का घोटाला
सर्वोदय बैंक- सर्वोदय बैंक में 15 करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ, बाद में यह बैंक बंद हो गई। इसमें कांग्रेस के कई नेता शामिल थे
आसमा ग्रुप- भोपाल से आई कंपनी आसमा ग्रुप ने 15 वर्ष पूर्व बुरहानपुर से 5 करोड़ का घोटाला किया था, कंपनी भाग गई
संचयनी- बुरहानपुर में संचयनी का भी खुब खेल चला। जीवन बीमा पॉलिसी के नाम से यहां पर 25 करोड़ से अधिक का घोटाला किया
सांई प्रसाद- बुरहानपुर में सांई प्रसाद का कार्यालय भी पूर्व सं चालित था, लेकिन अब सांई प्रसाद कहीं नजर नहीं आ रही है। निवेशकों के लाखों रुपए डूब चुके हैं
अल्फेट- पूर्वमें यह श्रीराम प्लॉजा में यह संचालित होती थी, कंपनी ने 5 करोड़ से अधिक की राशि का गबन कर रातोंरात भाग गए
एनमार्ट- बुरहानपुर में एनमार्ट ने भी लोगों को धोखा दिया है। करीब 7 करोड़ रुपए का धोका किया था
ईवीई- ईवीई नामक कंपनी ने भी बुरहानपुर के लोगों को धोखा दिया है। इस कंपनी ने करीब 3 करोड़ का धोखा किया
बॉक्स आयटम…
एजेंटों का जवाब देना मुश्किल
मैत्रेय संस्था के एजेंट के लिए अब निवेशकों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। अनुसार बुरहानपुर और आसपास के गांवों में 250 से अधिक एजेंट काम करते हैं। जबकि निवेशकों के 25 करोड़ से अधिक की राशि अटकी हुई है। बुरहानपुर के गली मोहल्ले में निवेशक काम कर रहे हैं। संस्था बुरहानपुर, शाहपुर, खकनार, लोनी, बहादरपुर, निंबोला, अंतुर्ली के साथ ही आसपास के कई गांवों में सस्थां काम कर रही थी।
राष्ट्रीयकृत बैंकों में करें निवेश
अधिवक्ता ईश्वर नवथरे ने बताया कि रुपए राष्ट्रीयकृत बैंकों में ही जमा किए जाए। इन बैंकों में भले ही ब्याज की राशि कम मिलती हो, लेकिन सुरक्षित होती है। चिटफंड कंपनियां पहले लालच देकर बाद में भाग जाती है।
-सहकारी समितियों के कागज आदि देखकर ही हम समिति को परमिशन देते हैं। हर साल इनके लेनदेन की जांच की जाती है।
जेएल बर्डे, सहायक आयुक्त सहकारिता
– महिलाओं ने निवेशकों को रुपए लौटाने का विश्वास दिलाया है। 15 तारीख तक रुपए लौटाने की बात कही है। इसके चलते किसी ने शिकायत नहीं की है। शिकायत पर कार्रवाई होगी।
बीपीएस परिहार, सीएसपी बुरहानपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो