-शक्कर
शोध में शक्कर को व्हाइट प्वाइजन माना गया है। इसे खाने से लीवर में ग्लाइकोजन की मात्रा कम होती है, जिससे मोटापा, थकान, माइग्रेन, अस्थमा और डाइबिटीज की परेशानी बढ़ सकती है और इसे ज्यादा खाने से बुढ़ापा तेज़ी से आता है।
-अंकुरित आलू
बहुत से लोग अंकुरित हो चुके आलू को भी खाने से गुरेज नहीं करते, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इसमे ग्लाइकोअल्केलाइड्स होते हैं, जिससे डायरिया हो सकता है। इतना ही नहीं, इसी तरह के आलू लगातार खाने से सिर दर्द या बेहोशी की संभावनाएं भी बढ़ जाती है।
-राजमा
ज्यादातर लोगों को राजमा बड़ा पसंद होता है, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कच्चे राजमा में ग्लाईकोप्रोटीन लेक्टिन होता है, जिससे उल्टी या इनडाईजेशन की परेशानी के बनने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। अगर इसके असर को कम करना है, तो राजमा को हमेशा अच्छी तरह उबालकर ही खाएं।
-कोल्ड ड्रिंक
आजकल ज्यातर लोग कोल्ड ड्रिंक पीना पसंद कर रहे है, इसमें बच्चे इसे टेस्ट के नाम पर पी रहे हैं और बुज़ुर्ग खाना डाइजेस्ट करने के नाम पर, इसी कारण आजकल इसका जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है। इसमें शक्कर और फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है। शोध में पाया गया कि, अधिक कोल्ड ड्रिंक पीने से दिमाग डैमेज या दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढञ जाता है। यह इतनी नुकसानदेह है, की इंसान की आंतें भी सड़ा सकती है।
-मैदा
मैदे को तो सिर्फ टेस्ट के तौर पर खाने वाल चीजों के तौर पर खाया जाए तो ही ठीक है। यह बहुत ज्यादा खाने की चीज नहीं है। मैदा बनाने की प्रक्रिया में फाइबर निकल जाते हैं। शोध में यह भी सामने आया है कि, ज्यादा मैदा खाने से पेट की समस्या बढ़ जाती हैं। मैदे में ब्लीचिंग तत्व होते हैं, जो खून को पतला करते हैं और इससे दिल की बीमारी होने खतरा बढ़ जाता है।
-आयोडीन नमक
शोध में सामने आया कि, आयोडीन नमक में सोडियम भारीमात्र में होता है। इसका ज्यादा सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके ज्यादा सेवन से कैंसर और आस्तियोपोरोसिस के होने की सम्भावनाएं बढ़ जाती हैं।
-जायफल
शोध में यह भी पाया गया कि इसमे myristicin होता है। इससे बार–बार दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं। इसके सेवन से उल्टी और मुंह सूखने की परेशानी लगातार बनी रहती है। इतना ही नहीं, ज्यादा खाने से दिमाग कमजोर हो जाता है।
-फास्ट फूड
फास्ट फूड के बारे में तो किसी को बताने की जरूरत भी नहीं। ये हमारे शरीर के लिए कितना खतरनाक है, इसके बारे में फूड पाइज़निंग होने पर चिकित्सक उसे सख्ती से ना खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि, इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट की मात्रा बढ़ी हुई होती है, जिससे ब्रेन पॉवर कम होती है और मोटापा तेजी से बढ़ता है। यह दिल के लिए भी हानीकारक है।
-मशरूम
कच्चे मशरूम कभी भी नहीं खाने चाहिए, क्योंकि इसमें कार्सिनोजेनिक कंपाउंड भारी मात्रा में पाया जाता है। इससे कैंसर की संभावनाएं बढ़ती हैं। यही वजह है कि कहा जाता है कि मशरूम को अच्छी तरह उबालने के बाद ही खाना चाहिए।