समिति ट्रस्ट के सहसचिव ईश्वर जाधव ने बताया मेला 26 एकड़ क्षेत्र में लग रहा है। मंदिर के बाहरी परिसर तक महिलाओं और पुरुषों के लिए रेलिंग लगाई गई है। मेले के लिए दुकानें लगने के साथ तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। मेल में बिजली और पानी की व्यवस्था रहेगी। मंदिर की भी विशेष सजावट की गई है। मेले में ढाई हजार छोटी-बड़ी दुकाने लगी हैं। मनोंरजन के लिए अलग तरह के 6 बड़े झूले, 2 मौत का कुआं, 5 सर्कस, 3 फिल्म टॉकीज, 100 मिठाई की दुकानें और छोटी-बड़ी दुकाने पूरी तरह सज कर पूर्ण हो गई।
मंदिर में सुरक्षा के लिए 7 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मंदिर में गुरुवार शाम से एवं पूर्णिमा शुक्रवार, शनिवार को लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन करने मंदिर में आएंगे। मंदिर में भीड़ में कोई चोरी या कोई बड़ी वारदात ना हो इसलिए मंदिर परिसर में 7 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जांएगी।
7 सीसीटीवी से रखेंगे मंदिर की निगरानी, 5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना
मंदिर ट्रस्ट आध्यक्ष लक्ष्मण झामु ने बताया कि मेले में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 5 राज्य महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक से लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मेला अध्यक्ष डॉ काशीराम पवार ने बताया कि मेले में आने का दो रास्ते हैं। पहला रास्ता सिरपुर से हसीनाबाद होते हुए है, जिसकी दूरी 9 किलोमीटर है और दूसरा रास्ता डोइफोडिय़ा मातापुर होते हुए है।
मंदिर ट्रस्ट आध्यक्ष लक्ष्मण झामु ने बताया कि मेले में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 5 राज्य महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक से लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मेला अध्यक्ष डॉ काशीराम पवार ने बताया कि मेले में आने का दो रास्ते हैं। पहला रास्ता सिरपुर से हसीनाबाद होते हुए है, जिसकी दूरी 9 किलोमीटर है और दूसरा रास्ता डोइफोडिय़ा मातापुर होते हुए है।