संसद भवन लोकार्पण कार्यक्रम से लौटे सांसद ने बताया अनुभव
– नए संसद भवन के उद्घाटन का साक्षी बनना गौरव की बात- गेस्ट राइटर
The MP who returned from the inauguration program of the Parliament House told the experience
बुरहानपुर. आजादी के अमृतकाल में नए संसद भवन के उद्घाटन का मैं भी इसका साक्षी बना। यह मेरे लिए बहुत ऐतिहासिक और गौरव का पल था। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के शुरुआत संतों के मंत्रोच्चार के साथ की। ऐतिहासिक सेंगोल को स्थापित कर भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया।
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने नए संसद भवन के उद्घाटन अवसर के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय कार्य एक भारत श्रेष्ठ भारत के भाव को अधिक बढ़ाएगा। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनना गौरव की बात रही। नवनिर्मित भवन के ऐतिहासिक उद्घाटन का हिस्सा बन अभिभूत हूं। मैं सौभाग्यशाली हूं कि भारतीय जनता पार्टी ने मुझ जैसे साधारण व्यक्ति को मौका दिया और जनता जनार्दन के आशीर्वाद से आज इस गौरवशाली क्षण में शामिल होने का अवसर मिला। नए संसद भवन के निर्माण से भारत में नए युग की शुरुआत हुई है, शिल्पकारों ने बहुत ही सुंदर व बेहतर तरीके से इसे डिजाइन किया है। लोकतंत्र के इस मंदिर में प्रत्येक निर्णय राष्ट्र के समग्र विकास एवं समृद्धशाली, शक्तिशाली और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह भवन देश की अखंडता एकता और सबका साथ सबका विकास का मूल उद्देश्य पूरा करते हुए देश की प्रगति का साक्षी बनेगा।
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के नए संसद भवन पर हर देशवासी अपनी संस्कृति, विरासत और जीवंत लोकतंत्र पर गर्व करेगा। हाईटेक फीचर्स से लैस संसद भवन का निर्माण कार्य निर्धारित समय के पहले पूर्ण करने के लिए वे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।
हमारा होसला बढ़ाया देश को नई प्रेरणा देना है
मोदीजी ने अपने भाषण में मौजूद सांसदों का भी होसला बढ़ाया। मोदीजी ने कहा कि भारत का विकसित होने का संकल्प दुनिया के कई देशों का संबल बनेगा। ये नया संसद भवन इस विश्वास को नई बुलंदी देने वाला है। मुझे विश्वास है कि इस संसद में जो जनप्रतिनिधि बैठेंगे वो देश को नई प्रेरणा देने का काम करेंगे। हमें कर्तव्य को प्राथमिकता में रखना होगा, हमें निरंतर खुद में सुधार करना होगा। हमें खुद को तपाना होगा, खुद को खपाना होगा तभी देश आगे बढ़ेगा।