सोशल मीडिया कंपनी की इस महत्वाकांक्षी योजना की लॉन्चिंग करते हुए फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट तथा मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने कहा कि इस लोन के लिए किसी भी प्रकार की कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखनी होगी। लोन 17 से 20 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाएगा और महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे बिजनेस को ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। अजीत मोहन ने कहा कि संभवतया फेसबुक की देखादेखी दूसरे लोग भी इस तरह का कार्य करेंगे और बाजार में अधिकाधिक पूंजी उपलब्ध होगी।
अजीत मोहन ने कहा कि वर्तमान में लघु तथा मध्यम उद्योगों को चलाने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है जो मिल नहीं पाती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए फेसबुक ने यह पहल की है। फेसबुक ने अपनी इस योजना के लिए गत वर्ष सितंबर में 100 मिलियन डॉलर का एक फंड बनाया था जिसे भारत सहित 30 अन्य देशों में उपयोग किया जाएगा। कंपनी की इस पहल के तहत अब तक भारत के पांच शहरों दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, हैदराबाद तथा बेंगलुरू में 3,000 उद्यमियों को चार मिलियन डॉलर (भारतीय मुद्रा में 29,76,42,000 रुपए) का ऋण दिया जा चुका है।
अजित मोहन ने कहा कि छोटे उद्योग जिनके पास पूंजी नहीं है परन्तु जो फेसबुक पर विज्ञापन दे रहे हैं, हम उनकी समस्या को समझते हैं। हम उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से छोटे उद्यम आगे बढ़ेंगे और भविष्य में वे कंपनी को भी लाभ पहुंचाएंगे। आज के छोटे उद्यम आगे चलकर ग्लोबल कंपनी बनेंगे और देश की इकॉनोमी में अपना सहयोग देंगे।
वर्तमान में पूरे विश्व में लगभग 200 मिलियन से अधिक व्यवसायी अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम का उपयोग करते हैं। इनमें से अकेले भारत में ही 15 मिलियन से अधिक व्यावसायिक उपयोगकर्ता, कंपनी के विभिन्न प्रोडक्ट्स के जरिए अपने बिजनेस को प्रमोट कर रहे हैं।