जशपुरनगर. शहर में निर्माणाधीन उन्नत गौरव पथ का निर्माण दो साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है, ठेकेदार और नगर पालिका के बीच भुगतान को लेकर बनी हुई गतिरोध से शहर के इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य में बार-बार अवरोध उत्पन्न हो रहा है। सोमवार को एक बार फिर पालिका द्वारा भुगतान ना किए जाने का आरोप लगाते हुए ठेकेदार ने डामरीकरण का
काम बीच में ही रोक दिया है।
ज्ञात हो कि जशपुर शहर के महाराजा चौक से गम्हरिया प्रवेश द्वार तक 8 करोड़ 26 लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन गौरव पथ अब शहरवासियों के लिये एक बड़ी समस्या साबित हो रही है। इस निर्माण कार्य को शुरू हुए लगभग दो साल हो चुका हैं, लेकिन अब तक मात्र 3 किलोमीटर का डामरीकरण का काम नगरपालिका पूरा नहीं कर सका है। अधूरे पड़े हुए सड़क से उठ रहे धूल के गुब्बार से परेशान नगरवासियों ने गांधीगिरी करके अपनी नाराजगी व्यक्त की थी, इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए ठेकेदार को 31 दिसम्बर तक डामरीकरण का काम पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन डेड लाइन के बाद 15 दिन गुजर जाने के बाद भी डामरीकरण का काम पूरा नहीं हो सका है। शहर के सौंदर्यीकरण और विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण यह निर्माण कार्य शुरूआत से ही विवादों के घेरे में रहा है। निर्माण की घोषणा होते ही नगरवासियों ने डिवाइडर की मांग को लेकर जमकर बवाल मचाया था। डिवाइडर निर्माण की स्वीकृति ना होने के कारण निर्माण कार्य बाधित हुई, इसके बाद चौड़ीकरण के दायरे में आ रहे अतिक्रमण को हटाने को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी थी।
एक दूसरे पर आरोप – इन सब विवादों के बीच निर्माण कार्य की गति को सबसे अधिक नुकसान नगरपालिका और ठेकेदार के बीच भुगतान को लेकर बने गतिरोध से हुआ। ठेकेदर का कहना है कि उसने तकरीबन डेढ़ करोड़ से अधिक का निर्माण कार्य पूरा कर दिया है. लेकिन पालिका कभी सीए तो कभी ईई के निरीक्षण का बहाना बना कर भुगतान को टाल रही है। वहीं नगरपालिका के सीएमओ जितेन्द्र कुमार कुशवाहा का कहना है कि निर्माण कार्य की प्रगति के हिसाब से भुगतान करती जा रही है।