टैक्स का बोझ कम होने से प्रॉपर्टी की कीमत कम होने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो यह कदम रियल एस्टेट सेक्टर के लिए गेम चेंजर साबित होगा। रियल एस्टेट रेगुलेटर क्रेडाई ने कहा है कि इससे होने वाले फायदों को और मिलने वाले इनपुट के्रडिट टैक्स को डवलपर्स बायर्स तक पहुंचाएंगे। जिससे रियल एस्टेट सेक्टर में डवलपर्स के साथ-साथ बायर्स को भी फायदा मिलेगा।
3-4 फीसदी कम हो सकती है घर की कीमतें टैक्स का बोझ कम होने से कंस्ट्रक्शन लागत कम होगी जिसका फायदा होम बायर्स को मिलेगा। घर की कीमतें कुछ महीनों में 3-4 फीसदी कम हो सकती है। चुनौतियां टैक्स कम होने का लाभ डवलपर्स घर खरीदारों को पास-ऑन करेंगे या नहीं। अगर नहीं करेंगे तो सरकार को मुनाफाखोरी के तहत कार्रवाई करनी होगी।
गेम चेंजर साबित होगा सरकार ने कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स पर लगने वाले जीएसटी में जमीन की कीमत को शामिल न करने का फैसला किया हैै। सरकार ने कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट पर जीएसटी 12 से बढ़ाकर 18% कर दिया है। अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट से लैंड वैल्यू हटने से जीएसटी का असर कम हो जाएगा क्योंकि प्रोजेक्ट की कॉस्ट में 60 से 70% हिस्सा लैंड वैल्यू का होता है। जाहिर-सी बात है कि अगर जीएसटी का बोझ कम होता है तो इसका फायदा बायर्स को भी मिलेगा। नहीं कहा जा सकता कि कीमत कितनी कम होगी।
प्रवीन जैन, प्रसीडेंट नरेडको