क्या होता है संदिग्ध लेनदेन
आमतौर पर आपके द्वारा बैंको मे जमा किया जाने वाला प्रत्येक लेनदेन एक दूसरे से जुड़ा होता है। ऐसे मे यदि कोई भी व्यक्ति एक महीने मे अधिकतम 10 लाख से ज्यादा पैसे अपने खाते में जमा करता है तो ऐसे मे लेनदेन को संदिग्ध माना जाता हैं। बैंक और दूसरे वित्तिय इंटेलीजेंस इकाई किसी भी संदिग्ध लेनदने की जानकारी सरकार का बताती है।
वित्तिय इंटेलीजेंस इकाई के अनुसार बैंक और दूसरे वित्तिय मध्यस्थ इस तरह से आपके संदिग्ध लेनदेन पर नजर रखते है।
कितना हुआ लेनदेन
बैंक सबसे पहले ये देखते है क्लाइंट की वित्तिय हालत इतनी रकम जमा करने की है या नहीं। कहीं वो अपने सीमा से अधिक रकम तो नहीं जमा कर रहा है। अगर बैंको को लगता है कि कोई आपके द्वारा किए गए लेनदेन संदिग्ध है तो बैंक इसकी पुष्टि करने के लिए बैंक जांच करते है। इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि कहीं समुंद्री सीमा के पार से आपके खाते मे अधिक पैसे को लेनदेन तो नहीं हुआ है।
खाते में होने वाली गतिविधि
बैंक आपके पिछले लेनदेन के आधार पर आपके खाते मे होने वाले असामान्य गतिविधि पर भी नजर रखते है। किसी निष्क्रिय खाते मे अचानक से कोई लेनदेन तो नहीं बढ़ गया है। ऐसे में बैंक आपके द्वारा किए गए जांच के लिए असामान्य गतिविधि को मॉनिटर करते है। आपके द्वारा किए जाने वाले लेनदेन की उम्मीद के मुकाबले असामान्य लेनदेन।
मल्टीपल अकाउंट
बैंकों की नजर कई मल्टीपल खातों पर भी रहती है। कहीं एक ही व्यक्ति के पास एक से अधिक खाता तो नहीं है। क्या वो अपने खातो मे आपस मे ही लेनदेन तो नही कर रहा है।
किस तरह के लेनदेन हो रहें है
कई बार ऐसा होता है कि बैंक आपके द्वारा किए जाने वाले जानबूझ के किए जटिल लेनदेन की प्रक्रिया पर भी ध्यान देेते हैं। कहीं जरूरत से अधिक ड्रॉफ्ट तो नहीं खरीद रहे है।
क्लाइंट की पहचान
बैंक आपके द्वारा दिए गए अवैध कागजात को भी चेक करते है। आपके बिजनेस के नाम से अलग नाम पर आपके द्वारा खोले गए खाते पर भी बैंको की नजर रहती हैं।