1- अगर आपके पास पॉपर्टी है तो सबसे पहले उसके पेपर की सही ढंग से जांच कर लें और देख लें कि प्रॉपर्टी किसके नाम पर है। इसके साथ ही इस बात को भी चेक करें की प्रॉपर्टी किस कीमत पर खरीदी गई थी और उसका सही टैक्स दिया गया था या नहीं।
2- दूसरी चीज ये चेक करें कि रजिस्ट्री के वक्त प्रॉपर्टी इनकम टैक्स रिटर्न में दर्शायी गई थी या नहीं।
3- वहीं अगर आपके परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम पर प्रॉपर्टी है तो इस बात को अवश्य चेक करें कि उनका इनकम टैक्स रिटर्न भरा जा रहा है या नहीं। अगर पॉपर्टी का मालिक रिटर्न भर रहा है तो क्या प्रॉपर्टी की कीमत का एक हिस्सा उसके आईटीआर में डिक्लेयर हुआ है या नहीं।
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट 1988 में संशोधन किया है। इसके तहत पहले बेनामी संपत्ति वाले शख्स को नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद उसे 90 दिन के अंदर प्रॉपर्टी के कागजात दिखाने का वक्त दिया जाएगा। अगर प्रॉपर्टी के कागजात नहीं दिखाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट में दोषी को 3 से 7 साल की सजा का प्रावधान है। इसके साथ ही बेनामी प्रॉपर्टी पाए जाने पर दोषी से बाजार कीमत पर 25 फीसदी जुर्माना वसूल किया जाएगा।